नई दिल्ली। भारत की स्टार शटलर ज्वाला गट्टा गुुरूवार को खेल मंत्रालय पर जमकर बरसी। ज्वाला को टारगेट ओलंपिक पोडियम(टीओपी) स्कीम से बाहर रखा गया है, जिसके कारण वे खेल मंत्री पर भड़की हैं। इस पर गट्टा का कहना है कि वे सरकार से इस तरह के ट्रीटमेंट की उम्मीद नहीं रखती हैं। 2011 वर्ल्ड चैंपियनशिप में अश्विनी पोन्नपा के साथ ब्रांज मैडल जीतने वाली ज्वाला ने कहा है कि, उन्हेें स्कीम से बाहर रखे जाने को लेकर वे निराश हैं, जबकि इस समय पर वे देश की टॉप शटलर्स में से एक हैं।

गट्टना ने कहा, “मैंने अभी खबर पढ़ी कि मेरा और अश्विनी का नाम टीओपी स्कीम में शामिल नहीं है। हमारे पास भारत सरकार का इकलौता सपोर्ट था और अब वो भी बेरंग दिखाई पड़ रहा है। जिन खिलाडियों के पास अच्छा खासा कॉर्पोरेट सपोर्ट है, वे लिस्ट में हैं और अश्विनी और मेरे बारे में विचार नहीं किया गया। मुझे नहीं पता अब और क्या होना है। मैं एक तरह से थक चुंकी हूं, निराश हूं।”

गौरतलब है कि इस योजना का पहला फायदा बैडमिंटन को ही मिला है। खेल मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाली कंपनी इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी लिमिटेड (आईआइएफसीएल) से 30 मार्च को बैडमिंटन को मदद देने के लिए समझौता किया। समझौते के तहत कंपनी अपने सामाजिक दायित्व के अंतर्गत प्रति वर्ष 10 करोड़ रूपए की दर से अगले तीन वर्षों तक 30 करोड़ रूपयों का योगदान देगी। वहीं इस योजना से बाहर रखे जाने को लेकर ज्वाला ने सरकार की जमकर आलोचना की।। ज्वाला को टारगेट ओलंपिक पोडियम(टीओपी) स्कीम से बाहर रखा गया है, जिसके कारण वे खेल मंत्री पर भड़की हैं। इस पर गट्टा का कहना है कि वे सरकार से इस तरह के ट्रीटमेंट की उम्मीद नहीं रखती हैं। 2011 वर्ल्ड चैंपियनशिप में अश्विनी पोन्नपा के साथ ब्रांज मैडल जीतने वाली ज्वाला ने कहा है कि, उन्हेें स्कीम से बाहर रखे जाने को लेकर वे निराश हैं, जबकि इस समय पर वे देश की टॉप शटलर्स में से एक हैं।

गुट्टा ने कहा, “मैंने अभी खबर पढ़ी कि मेरा और अश्विनी का नाम टीओपी स्कीम में शामिल नहीं है। हमारे पास भारत सरकार का इकलौता सपोर्ट था और अब वो भी बेरंग दिखाई पड़ रहा है। जिन खिलाडियों के पास अच्छा खासा कॉर्पोरेट सपोर्ट है, वे लिस्ट में हैं और अश्विनी और मेरे बारे में विचार नहीं किया गया। मुझे नहीं पता अब और क्या होना है। मैं एक तरह से थक चुंकी हूं, निराश हूं।”