लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा हेतु और पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु आगरा ताजगंज परियोजना के कार्यो में तेजी लाकर निर्धारित माइलस्टोन के अनुसार गुणवत्ता के साथ कार्यो को पूरा कराया जाय। उन्होंने कहा कि आगरा में स्थित ताज के अलावा  इतमाद-उद-दौला मेहताब बाग आदि स्थलों का विकास कराकर पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों हेतु आवश्यक मूलभूत सुविधाएं  तथा सेवाएं उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने कहा कि ताजमहल और आगरा फोर्ट के मध्य पर्यटक वाक-वे को और अधिक विकसित किया जाय। उन्होंने कहा कि ताजमहल के पश्चिमी गेट के पास पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने कहा कि ताजमहल के पहुॅच मार्ग के दोनो तरफ साईकिल टेªक अवश्य बनवाया जाय ताकि पर्यटक साईकिल द्वारा भी पर्यटन भ्रमण का लूत्फ उठा सकें। उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाय कि आगामी अक्टूबर 2016 तक ताजगंज परियोजना का कार्य अवश्य पूर्ण हो जाय।

श्री रंजन ने कहा कि ताजमहल के पूर्वी द्वार, पश्चिमी द्वार एवं ताज क्षेत्र से आने वाले पहुॅच मार्ग पर विटुमिनस सतह के ऊपर कोबल स्टोन सतह का निर्माण किया जाय तथा फुटपाथ (रेड सैण्ड स्टोन) एवं कोबल स्टोन सतह एक ही लेबल में रखी जाय। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान कोई भी वृक्ष पातन नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि संबंधित कार्यो एवं परिवर्तित विशिष्टियों के परिपेक्ष्य में मा0 उच्चतम न्यायालय में आई0ए0/शपथ पत्र दाखिल कर  मा0 न्यायालय की औपचारिक अनुमति अवश्य प्राप्त कर ली जाय।

मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार आगरा ताजगंज परियोजना के कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। कराई जाय। उन्होंने कहा कि पुरानी ऐतिहासिक इमारतों को सुसज्जित कराकर उनमें साइनेज एवं डिजिटल डिस्पले स्क्रीन्स, डस्टबीन्स आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाय। 

बैठक में  सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन श्री अमृत अभिजात, प्रबंध निदेशक उ0प्र0 राजकीय निर्माण निगम श्री आर0के0 गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।