नई दिल्ली। मोदी सरकार ने दिल्ली के एकता स्थल पर नरसिम्हा राव की याद में एक स्मारक बनाने के प्रस्ताव को अंतिम रुप भी दे दिया है।
पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने ऐसे वक्त देश को राह दिखाई जब देश आर्थिक मंदी की मार से जूझ रहा था। राव देश को उदारीकरण और वैश्वीकरण की राह पर ले गए। लेकिन दस जनपथ के दरबारियों को उनका पांच साल टिकना और गांधी परिवार से अलग पहचान बनाने की कोशिश रास नहीं आई।
आखिरकार दस जनपथ के दरबारियों ने उनके दौर में हुए घोटालों का हवाला देते हुए उन्हें ऐसी राह पर डाल दिया जहां कोई उनके जीते जी नहीं फटका। मौत के बाद भी अंतिम संस्कार के लिए हैदराबाद भेज दिया गया। लेकिन सत्ता बदली तो टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू ने कमान संभाली। मोदी से मिले और नरसिम्हा राव का स्मारक बनाने की पुरजोर वकालत की।
शहरी विकास मंत्रालय ने एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसके तहत दिल्ली के एकता स्थल पर नरसिम्हा राव का स्मारक बनाने की योजना है। इसे कैबिनेट में रखा जाएगा।
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