डुसेलडर्फ। फ्रांस की आल्प्स पर्वत श्रृंखला में विमान गिरा 149 लोगों की जान लेने वाला जर्मनविंग्स एयरलाइन्स का सह-पायलट आंद्रियास गंथर ल्यूबित्ज काफी पहले से ऐसा  खतरनाक मंसूबा पाले बैठा था। जर्मन अखबार बिल्ड के मुताबिक, उसने रिश्ता तोड़ने वाली अपनी महिला मित्र मारिया डब्ल्यू (26) से कहा था कि एक दिन वह कुछ ऐसा  करेगा कि हर कोई उसका नाम जानेगा और याद करेगा।

बिल्ड को इंटरव्यू में विमान परिचारिका मारिया ने बताया, क्रैश की खबर मिलते ही एक साल पुरानी बात याद आ गई। ल्यूबित्ज ने पिछले साल कहा था, एक दिन मैं कुछ ऐसा  करूंगा, जिससे पूरा सिस्टम बदल जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष पांच महीनों तक ल्यूबित्ज के साथ काम करने वाली मारिया भावनात्मक तौर पर उसके काफी करीब आ गई थी। मारिया ने बताया कि ल्यूबित्ज ने अपनी बीमारी से परेशान होकर प्लेन क्रैश किया होगा।

विमानन कंपनी लुफ्थांसा ने जर्मनविंग्स हादसे में मरे सभी यात्रियों को मुआवजे की पेशकश की। लुफ्थांसा ने शनिवार को बताया कि वह 50 हजार यूरो प्रति व्यक्ति की तत्काल वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी। मालूम हो, विमान में चालक दल समेत कुल 150 लोग सवार थे। इनमें से 67 जर्मनी, 45 स्पेन, तीन ब्रिटेन, दो आस्ट्रेलिया, एक बेल्जियम का नागरिक था।

5568 उत्तर कैरोलिना राज्य के शैर्लोट से टैक्सस के ऑस्टिन शहर जा रही थी, तभी इसके इंजन में गड़बड़ी शुरू हो गई। विमान को बुश हवाईअड्डे पर सुरक्षित उतारा गया। बाद में सभी यात्रियों को ऑस्टिन जाने वाले अन्य विमान में स्थानांतरित कर दिया गया।

मारिया के अनुसार, ल्यूबित्ज का सपना था कि वो लुफ्थांसा एयरलाइंस में बतौर मुख्य पायलट जॉब करे, जो व्यावहारिक रूप से काफी मुश्किल था। ल्यूबित्ज की बीमारी सामने आने के बाद मारिया ने उससे रिश्ता तोड़ लिया था। उसने बताया कि ल्यूबित्ज को रात में डरावने सपने आते थे और वह आधी रात में उठकर चिल्लाने लगता था, हम नीचे गिर रहे हैं।