गलत फैसले की सजा के तौर पर फाइनल से हटाए गए

सिडनी। वर्ल्ड कप में लिए गए फैसलों पर हुई आलोचना के बाद अंपायर आलीम डार को फाइनल मुकाबले से हटा दिया गया है। डार की अंपायरिंग पर भारत-बांग्लादेश मैच के दौरान जमकर आलोचना हुई थी। गौरतलब है कि डार मेलबर्न में हुए इस वर्ल्ड कप के सभी मैचों में अंपायर रहे हैं।

भारत और बांग्लादेश के बीच हुए आईसीसी के क्वार्टरफाइनल मुकाबले को हुए करीब 10 दिन हो चुके हैं। लेकिन उस मैच का असर फाइनल मुकाबले पर भी देखा जा रहा है। पाकिस्तान के अंपायर अलीम डार को फाइनल मुकाबले से हाथ धोना पड़ा है। डार पर उस मैच में रोहित शर्मा के पक्ष में गलत फैसला सुनाने के आरोप लगे।

बांग्लादेश के रहने वाले आईसीसी के अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने भी अलीम के फैसले पर सवाल उठाते हुए क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था को इंडियन क्रिकेट काउंसिल की तरह काम करने का आरोप लगाया था। हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं था, इससे पहले ग्रुप मैच के दौरान भी डार के फैसले पर सवाल उठाए गए।

ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मुकाबले के दौरान भी जेम्स टेलर के एलबीडब्लू दिए जाने के फैसले की आलोचना हुई थी। माना जा रहा है कि तीन बार आईसीसी के बेस्ट अंपायर का अवॉर्ड जीत चुके अलीम डार को चौतरफा दबाव के बाद ही फाइनल मैच में अंपायरिंग से हटाने का फैसला लिया गया। इस बार वर्ल्डकप में पहली बार होगा जब मेलबर्न के मैदान पर वर्ल्ड कप के मुकाबले में अलीम डार नहीं होंगे।

इससे पहले अब तक यहां खेले गए वर्ल्डकप के चारों मैचों में अलीम डार ने अंपायरिंग की पाकिस्तानी अंपायर डार इससे पहले 2007 वर्ल्ड कप में भी अपने फैसलों की वजह से आलोचना के शिकार हो चुके हैं। जब उन्होंने बैड लाइट के बावजूद मैच जारी रखने का फैसला किया था। हालांकि इसकी वजह से उन्हें उसी साल टी20 वर्ल्ड कप के अंपायरिंग पैनल से हटा दिया गया। फाइनल मुकाबले में रविवार को श्रीलंका के कुमार धर्मसेना और इंग्लैंड के रिचर्ड कैटेलबोरो फिल्ड अंपायर होंगे।

जबकि दक्षिण अफ्रीका के मराइस एरास्मस टीवी अंपायर और श्रीलंका के रंजन मदुगले मैच रेफरी होंगे इनमें से धर्मसेना, कैटेलबोरो और एरास्मस सिडनी में भारत-ऑस्ट्रेलिया मुकाबले के दौरान भी अंपायर थे और मैदान के भीतर कंगारू क्रिकेटरों के स्लेजिंग की कोशिशों को रोकने की वजह से इनकी तारीफ भी हुई।