नई दिल्ली: कोयला घोटाले में जारी किए गए समन के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने इस मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट द्वारा जारी किए गए समन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। कोल ब्लॉक आवंटन में जारी समन के तहत उन्हें आठ अप्रैल को कोर्ट में पेश होना है।  

मालूम हो कि ओडिशा में 2005 में तालाबीरा-2 कोयला ब्लाक आवंटन से जुड़े कोयला घोटाला के एक मामले में विशेष अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आरोपी के तौर पर समन जारी है। उन्हें 8 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा गया है। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश भरत पराशर ने आईपीसी की धाराओं 120 बी ( आपराधिक साजिश ) और 409 ( किसी लोकसेवक, या बैंकर, व्यापारी या एजेंट द्वारा आपराधिक विश्वासघात ) तथा भ्रष्टाचार रोकथाम कानून (पीसीए ) के प्रावधानों के तहत छह आरोपियों को कथित अपराधों के लिए समन किया है।

यह मामला 2005 में हिंडाल्को को ओडिशा में तालाबीरा-2 कोयला ब्लाक आवंटन करने से जुड़ा है। तत्कालीन प्रधानमंत्री के पास उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार था। सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120 बी ( आपराधिक साजिश ) और पीसीए के प्रावधानों के तहत अपनी एफआईआर में कथित अपराध के लिए पारख, बिड़ला, हिंडाल्को इंडस्टीज लिमिटेड और अन्य अज्ञात लोगों का नाम लिया है।