लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के कार्याे को प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित समय में पूर्ण कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य के बीच आने वाले हैण्डपम्पों को त्वरित गति से स्थानांतरित किये जाने के अनुपालन में जल निगम द्वारा स्थानांतरित किये जाने वाले 86 हैण्डपम्पों के सापेक्ष अभी तक 41 हैण्डपम्प शिफ्ट किये जा चुके है। अवशेष हैण्डपम्पों को भी यथाशीघ्र शिफ्ट कराना सुनिश्चित कराया जाय ताकि सड़क के निर्माण कार्य में कोई अवरोध उत्पन्न न होने पाये। उन्होंने कहा कि वाटर लाइन के श्फ्टििंग का कार्य तत्परता से किया जाय।

मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के कार्यो की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, हरदोई एवं लखनऊ में धारा-6 की अधिसूचनाएं जारी की जा चुकी हंै। मैनपुरी, इटावा तथा जनपद लखनऊ में क्रमशः 19.5543 हे0, 22.7551 हे0 तथा 3.3192 हे0 एवार्ड घोषित किया जा चुका है। 

श्री रंजन ने कहा कि आगरा एवं लखनऊ में पोल एवं विद्युत लाइनों के शिफ्टिंग का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है परन्तु इसके साथ-साथ निर्माण कार्य के अधीन आने वाले अन्य जनपदों में भी विद्युत लाइनों के शिफ्टिंग का कार्य तेजी एवं प्राथमिकता से  यथाशीघ्र कराया जाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि विद्युत लाइनों के शिफ्टिंग के कार्य में जिन पोलों को हटाया जाय उनके समानान्तर लाइनों का कार्य अवश्य किया जाय ताकि विद्युत आपूर्ति किसी भी प्रकार से बाधित न हो सके। हाई टेन्शन विद्युत लाइनों के शिफ्टिग का कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर नियमानुसार सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि यूपीडा के माॅगों के दृष्टिगत प्रशासकीय विभाग द्वारा 40 करोड़ रूपये उत्तर प्रदेश अवस्थापना विकास कोष से प्रदान किया जाना प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित किया जाय ताकि युटीलिटी शिफ्टिग एवं परियोजना के सिविल कार्यो समयानुसार पूर्ण कराया जा सके।

बैठक में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास महेश कुमार गुप्ता, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आशुतोष निरंजन एवं जिलाधिकारी लखनऊ सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।