नई दिल्ली। हुर्रियत कांफ्रेस के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक के रविवार रात पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित से मुलाकात करने के साथ ही भारत पाक के बीच तनातनी का दौर शुरू हो गया है। इस बीच पाक उच्चायोग ने भारत की आशंकाओं को दरकिनार करते हुए अलगाववादी नेता मसरत आलम को पाक दिवस पर समारोह में भाग लने का न्यौता दिया है। 

हालांकि कहा जा रहा है कि मसरत आलम ने पाकिस्तान नेशनल डे समारोह में शामिल होने से इंकार कर दिया है। आलम ने बतताया कि उन्हें पाक उच्चायोग की ओर से आयोजित पाकिस्तान दिवस के कार्यक्रम का आमंत्रण मिला है, परन्तु वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।

उल्लेखनीय है कि मसरत आलम को वर्ष 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सरकार द्वारा गिरफ्तार किया गया था। मसरत आलम पर भारतीय सेना पर पत्थरबाजी करने सहित कई मामले चल रहे हैं। आलम को हाल ही में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने रिहा करने का आदेश दिया था। सईद के इस कदम की पूरे देश में आलोचना की गई थी।