रायबरेली : बछरावां रेलवे स्टेशन के निकट आज सुबह देहरादून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस का इंजन और दो कोच पटरी से उतर जाने से कम से कम 40 यात्रियों की मौत हो गयी और लगभग 150 अन्य घायल हो गये।

मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। दुर्घटना सुबह लगभग साढ़े नौ बजे बछरावां रेलवे स्टेशन के निकट हुई। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनउ से यह जगह लगभग 50 किलोमीटर दूर है। रेलवे प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने दिल्ली में बताया कि शुरूआती खबरों के मुताबिक ट्रेन को बछरावां स्टेशन पर रूकना था लेकिन वह सिग्नल से आगे निकल गयी, जिससे इंजन और उससे सटे दो कोच पटरी से उतर गये।

रेलवे ने जांच के आदेश दे दिये हैं और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रूपये, गंभीर रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रूपये और मामूली घायलों को बीस-बीस हजार रूपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल और सदस्य (यातायात) अजय शुक्ला को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है।

दुर्घटना की खबर फैलते ही आसपास के गांव वाले राहत और बचाव कार्यों में जुट गये। हादसे की वजह से लखनउ-वाराणसी खंड पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया । घायल यात्रियों को रायबरेली के जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। लखनउ और रायबरेली से राहत टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी हैं। बोगियों को अलग करने के लिए क्रेन लगाई गई हैं। अधिकारियों को मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

गंभीर रूप से घायलों को लखनउ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय और संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान भेजा जा रहा है। केजीएमयू का ट्रामा सेंटर घायल यात्रियों के इलाज के लिए तैयार कर लिया गया है। डॉक्टरों की टीम को लेकर लखनउ से एंबुलेंस रवाना की गयी हैं।

इस बीच, लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसएनएस यादव ने बताया कि डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की 24 टीमें बछरावां के लिए रवाना हो गयी हैं। उन्होंने कहा, ‘लखनऊ में 150 से अधिक बेड तैयार हैं ताकि घायलों के इलाज में कोई बाधा नहीं आने पाये। दुर्घटना में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए चिकित्सा टीमें तैयार हैं।’ मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि घायलों और एंबुलेंस वाहनों को निर्धारित जगह तक पहुंचाने के लिए हर अस्पताल में एक पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गयी है।