लखनऊ। कांग्रेस विधायक और तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी के आवास पर आग लगाने के आरोप में सीबीसीआईडी ने 15 पुलिस अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मौजूदा DGP एके जैन भी इस मामले में फंस सकते हैं। सीबीसीआईडी ने तत्कालीन SSP प्रेम प्रकाश, SP सिटी हरीश चंद्र सीओ और इंस्पेक्टर समेत 15 पुलिस अफसरों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। बसपा सरकार में इन सभी अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी गई थी साथ ही बेहतर पोस्टिंग से नवाजा गया था।

बसपा सरकार के समय 15 मई 2009 को कांग्रेस की तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी के योजना के तहत घर पर कुछ लोगों ने हमला बोला था। उस समय रीता बहुगुणा बसपा सरकार के खिलाफ काफी मुखर थीं जिसको लेकर बसपा नेता काफी नाराज थे। कहा जा रहा था कि बसपा चीफ, तत्कालीन सीएम मायावती को खुश करने के लिए पुलिस अधिकारियों की मदद से देर रात रीता बहुगुणा जोशी के घर पर हमला कर दिया था।

इस घटना पर आरोप लगा था कि त्तकालीन एसएसपी प्रेम प्रकाश समेत करीब 15 पुलिस अफसरों ने रीता बहुगुणा जोशी के घर में आग लगवाने, हमला करने और घर के लोगों को अगवा करके बंधक बनाने की कोशिश की थी। बसपा सरकार के समय यह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। लेकिन मीडिया और अदालत में इस पूरे मामला को लगातार संज्ञान में लिया गया। दबाव को देखते हुए इस मामले को सीबीसीआईडी के सुपुर्द कर दिया गया था। अब सीबीसीआईडी ने इस मामले में नाम दर्ज सभी अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज कर दी है।

मौजूदा DGP एके जैन उस दौरान IG लखनऊ थे और इस पूरे मामले में उनकी भूमिका भी संदिग्ध थी। कहा जा रहा है कि सीबीसीआईडी की जांच में वे भी फंस सकते हैं।