नागपुर। आरएसएस प्रतिनिधि सभा की बैठक के दौरान भैयाजी जोशी को एक बार फिर से आरएसएस का सर कार्यवाहक चुना गया है। जोशी तीन साल के लिए सर कार्यवाहक चुने गए हैं। नागपुर में आरएसएस की हुई अहम बैठक में यह फैसला किया गया है। जोशी का कार्यकाल मार्च, 2018 तक होगा।

शनिवार को यहां संघ की नीति निर्धारिक समिति अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में जोशी को देशभर से आए 1400 प्रतिनिधियों द्वारा इस पद के लिए चुना गया। आरएसएस हर तीन साल पर देशभर की अपनी शाखाओं के प्रतिनिधियों की अति महत्वपूर्ण बैठक में अपने एकमात्र महासचिव का चुनाव करता है। जोशी पिछले छह साल से आरएसएस महासचिव यानी सरकार्यवाह हैं । सरकार्यवाह आरएसएस में संघ प्रमुख के बाद दूसरा स्थान है।

जोशी अब संयुक्त महासचिवों की अपनी टीम चुनेंगे। फिलहाल उनके तीन संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसबालेए सुरेश सोनी और कृष्णगोपाल हैं। आरएसएस के शीर्ष नेताओं ने पुनर्निर्वाचन पर उन्हें बधाई दी। भाजपा महासचिव राममाधव ने भी उन्हें बधाई दी। इससे पहले यहां प्रतिनिधिसभा की बैठक में जोशी ने संघ प्रतिनिधियों के सामने अपनी वार्षिक रिपोर्ट पेश की ओर सालभर की गतिविधियों का ब्यौरा दिया। तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार को शुरू हुई थी जिसका समापन रविवार को होगा।

गौरतलब है कि इससे पहले सूत्रों के अनुसार खबर आ रही थी कि आरएसएस में नंबर दो कहे जाने वाले भैयाजी जोशी को बीजेपी पर नजर रखने के लिए दिल्ली भेजा जा सकता है। बिहार में इस साल चुनाव होने हैं, ऎसे में कहा जा रहा था कि सह सर कार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले, जो कि पटना में बैठते हैं, उन्हें सर कार्यवाहक बनाकर नागपुर बुलाया जा सकता है। हालांकि तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए आरएसएस की बैठक में एक बार फिर से भैयाजी जोशी को सर कार्यवाहक की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।