आगरा। केन्द्र सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद निर्भया पर बनाई गई डाक्यूमेन्ट्री दिखाने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर फिल्म को जब्त कर लिया गया। मामले की जांच कर रहे पुलिस उपाधीक्षक अखिलेश भदौरिया ने बताया कि 16 दिसम्बर 2013 को निर्भया की दिल्ली में बलात्कार के बाद हुई हत्या के दोषी के साक्षात्कार पर बनी डाक्यूमेन्ट्री को एक गैर सरकारी संगठन ने रविवार शाम यहां एत्मादपुर क्षेत्र में ग्रामीणों को दिखाया। 

केन्द्र सरकार द्वारा लगाई गई रोक के बावजूद फिल्म दिखाए जाने के कारण फिल्म जब्त कर संस्था के संयोजक केतन दीक्षित को हिरासत में ले लिया गया है। भदौरिया ने बताया कि कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई करने के लिए विधिक राय ली जा रही है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के बयान दर्ज कराये जा रहे है। 

उनका कहना था कि फिल्म को दिखाए जाने की जानकारी पुलिस को ग्रामीणों ने ही दी थी। उन्होंने बताया कि फिल्म को प्रोजेक्टर पर दिखाए जाने की मन्शा की भी जांच की जा रही है। दूसरी ओर हिरासत में लिए गए केतन दीक्षित का कहना है डाक्यूमेन्ट्री पर लगायी गयी रोक के विरोध में इसे दिखाया गया। वह डाक्यूमेन्ट्री पर लगे विरोध को गलत बताते हैं।