बीजिंग: वुहान में एक शीर्ष चीनी विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला ने खुद पर लग रहे कोरोना वायरस संक्रमण के स्रोत होने के आरोपों को पहली बार खारिज किया है। उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के आरोपों को भी खारिज किया कि यह खतरनाक वायरस दुनिया भर में फैलने और कहर बरपाने से पहले यहीं से शुरू हुआ। कोरोना वायरस महामारी को लेकर पारदर्शिता नहीं बरतने को लेकर दुनिया भर के देश चीन की आलोचना कर रहे हैं। इस वायरस ने दुनियाभर में अब तक 23 लाख लोगों को संक्रमित किया है जबकि एक लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों की इसकी वजह से मौत हो चुकी है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि उनका प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि नया कोरोना वायरस वुहान की एक प्रयोगशाला से 'निकला' और दुनियाभर में फैल गया। पिछले साल दिसंबर में वुहान में मामला सामने आने के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या यह वायरस वहां वुहान विषाणु विज्ञान संस्थान (डब्ल्यूआईवी) या पास के हुआननान सीफूड मार्केट से निकला है। डब्ल्यूआईवी और खास तौर पर उसकी पी4 प्रयोगशाला खतरनाक वायरस को संभालने में सक्षम है।

प्रयोगशाला ने यद्यपि फरवरी में एक बयान जारी कर इन अफवाहों का खंडन किया था, उसके निदेशक युआन झिमिंग ने अपने पहले मीडिया साक्षात्कार में इन अफवाहों को खारिज किया कि उनका संस्थान कोविड-19 का वास्तविक स्रोत है। उन्होंने सरकारी सीजीटीएन टीवी चैनल को बताया, 'हम जानते हैं कि संस्थान में किस तरह के शोध हो रहे हैं और संस्थान में वायरसों और नमूनों को कैसे संभाला जाता है। इस बात का सवाल ही नहीं कि वायरस हमसे आया है।'