राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा जारी नए नियमों के अनुसार आयुष्मान भारत लाभार्थी किसी भी सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पताल में जाकर मुफ्त में अपना कोविड-19 टेस्ट करा सकेगा। अगर उसमें कोराना वायरस के लक्षण की आशंका जताई जाती है और उसे किसी निजी अस्पताल में आइसोलेशन में रहना पड़ता है या अगर उससे उपचार की आवश्यकता है तो, इसका खर्च आयुष्मान भारत योजना में शामिल होगा।

आप आयुष्मान भारत योजना के लिए अपनी योग्यता pmjay.gov.in पर चेक कर सकते हैं. या फिर आप अपनी योग्यता जांचने के लिए टोल फ्री नंबर 14555 या 1800111565 नंबर डायल करें। ये नंबर PM-JAY toll-free helpline से जुड़े हैं और इन पर हफ्ते के सभी दिन 24 घंटे बात की जा सकती है। इसके अतिरिक्त जो भी सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल आयुष्मान योजना से जुड़ा हुआ है, वहां मौजूद Pradhan mantri आरोग्य मित्र से भी आप अपनी योग्यता का पता लगा सकते हैं। आरोग्य मित्र आपसे आपके बारे में कुछ जानकारी मांगेगे और साथ ही आपके पहचान पत्र जैसे राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस , आधार कार्ड या वोटर कार्ड आदि का नंबर पूछ सकते हैं। आप अगर इस योजना में शामिल होने के योग्य होंगे तो आपको पता चल जाएगा।

आयुष्मान योजना के लिए जरूरी कार्ड को ई-कार्ड या गोल्डन कार्ड या आयुष्मान कार्ड भी कहा जाता है। गोल्डन कार्ड दो जगहों पर बनेंगे। आयुष्मान से जुड़े सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में और गांवों और शहरों के कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर। अगर आप इस योजना के योग्य हैं तो आपके परिवार के सभी सदस्य को इसका लाभ मिलेगा, यह तय है। ऐसे में अपने परिवार के सभी सदस्यों का गोल्डन कार्ड बनवाएं।

यह कार्ड आप अपने नजदीकी किसी भी रजिस्टर्ड सरकारी या प्राइवेट अस्पताल या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) में जाकर बनवा सकते हैं। रजिस्टर्ड सरकारी या प्राइवेट अस्पताल की लिस्ट वेबसाइट pmjay.gov.in पर जाकर देख सकते हैं।

अपने नजदीकी CSC का पता ऐसे लगाएं:

  • वेबसाइट locator.csccloud.in पर जाएं।

  • यहां आप अपने राज्य का नाम, जिला, और कैप्चा कोड भरकर Search पर क्लिक करें। यहां आपको VLE Address का भी ऑप्शन मिलेगा। इसे खाली छोड़ दें।

  • अब आपके एरिया के सारे CSC की लिस्ट आ जाएगी। उनमें से आप अपने नजदीक का CSC चुन सकते हैं।

  • कैसे बनेगा

  • अपना HHD नंबर, मोबाइल और कोई भी अड्रेस प्रूफ जैसे- आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड आदि में से किसी एक की एक फोटो कॉपी और ऑरिजनल कॉपी, एससी/एसटी जाति प्रमाणपत्र, इनकम सर्टिफिकेट आदि लेकर नजदीकी सरकारी या लिस्टेड प्राइवेट अस्पताल या CSC में जाएं।

  • हर रजिस्टर्ड अस्पताल में आयुष्मान भारत की एक हेल्प डेस्क होती है। अस्पताल के रिस्पेशन पर इस डेस्क के बारे में पूछ सकते हैं। यहां जन आरोग्य मित्र आपकी सहायता के लिए हर समय मौजूद रहते हैं। अगर कोई परेशानी आए तो तुरंत 14555 पर कॉल करें।

  • अस्पताल में बनी आयुष्मान डेस्क या CSC पर ई-कार्ड बनवाने के बारे में बताएं। उन्हें अपना HHD नंबर और मांगे गए डॉक्यूमेंट दे दें। किसी भी रिजस्टर्ड अस्पताल में ई-कार्ड बनवाने पर किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जाता, वहीं CSC जाकर ई-कार्ड बनवाने की फीस 30 रुपये है।

  • सारे डॉक्यूमेंट्स देने और प्रोसेस पूरा होने पर 30 मिनट में आपका ई-कार्ड आपको दे दिया जाता है।

  • आपको याद यह रखना है कि परिवार के किसी एक सदस्य का नाम योग्यता सूची में होने पर परिवार के बाकी सदस्य भी इलाज के योग्य हो जाते हैं और उनका भी ई-कार्ड बन जाता है। ई-कार्ड बनवाते समय फिंगर प्रिंट लिए जाते हैं। इसलिए जिस व्यक्ति का ई-कार्ड बनना है, उसे कार्ड बनते समय वहां मौजूद रहना होगा।

अगर किसी व्यक्ति के पास ई-कार्ड नहीं है, लेकिन उसका नाम इस योजना की योग्यता सूची में है तो उसे कार्ड न होने की फिक्र करने की जरूरत नहीं है। उस व्यक्ति को सिर्फ वह empanelled अस्पताल लिस्ट में चेक करना होगा जहां वह इलाज कराना चाहता है। (हमने यहां आगे बताया है कि किसी हॉस्पिटल में उपलब्ध सुविधाओं की लिस्ट कैसे आप देख सकते हैं) अस्पताल तय कर उस व्यक्ति को जरूरी डॉक्यूमेंट्स (आधार कार्ड, ration card, State ID card, आदि) साथ लेकर उस अस्पताल में जाना होगा। वहां आयुष्मान हेल्प डेस्क पर आरोग्य मित्र से बात कर उसे अपने डॉक्यूमेंट्स दिखाने होंगे। इसके बाद वहां दिखाने की सारी व्यवस्था आरोग्य मित्र करेगा। कुछ भी समस्या आने पर टोल-फ्री नंबर 14555 पर कॉल की जा सकती है।