लखनऊ: भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने कन्नौज में भाजपा सांसद व गुर्गों द्वारा सदर तहसीलदार अरविंद कुमार की पिटाई की कड़ी निंदा की है और इसे सत्ताधारी दल की गुंडागर्दी कहा है। पार्टी ने सांसद सुब्रत पाठक समेत हमलावरों को जेल भेजने की मांग की है।

भाकपा (माले) के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री समेत शीर्ष भाजपा नेता घटना पर चुप्पी साधे हैं। आवास में घुसकर पत्नी व आठ साल की बच्ची की आंखों के सामने तहसीलदार को लात-घूंसों से पीटने वाले सांसद व गुंडे नामजद एफआईआर दर्ज होने के बावजूद आजाद क्यों हैं? आये दिन लोगों पर एनएसए लगाने वाली प्रदेश सरकार के अधिकारियों के हाथपांव क्या इसलिए फूल गये हैं कि आरोपी सत्ताधारी दल का प्रभावशाली नेता है?

माले राज्य सचिव ने कहा कि लॉकडाउन में सांसद द्वारा तहसीलदार को दी गई सूची के लोगों को सरकारी राशन मिलने में देरी हो रही थी, तो इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जा सकती थी और सांसद इसमें सक्षम थे। लेकिन इसकी आड़ में उक्त अधिकारी पर दर्जनों गुर्गों के साथ शारीरिक हमला किया गया। माले नेता ने कहा कि लॉकडाउन में अपराध के सरकारी आंकड़ों में भले ही कमी दिखाई जा रही हो, लेकिन उक्त घटना दिखाती है कि भाजपाई गुंडागर्दी में कोई कमी नहीं है। योगी राज में प्रभावशाली लोगों, दबंगों व गुंडों को खुली छूट मिली हुई है। वे कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं और दलितों व कमजोर वर्गों पर हमले कर रहे हैं। लोकतंत्र के मायने तभी हैं जब ऐसे लोगों को उनके किये की माकूल सजा मिले।