उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन के एक सरकारी अस्पताल में लापरवाही और बदइंतजामी की स्थिति सामने आई है। माधवनगर अस्पताल में 12 में से 10 वेंटीलेटर चालू नहीं हैं। ऐसी परिस्थिति में शुक्रवार को दो संदिग्ध कोरोना मरीजों की मौत होने की बात सामने आई है।

शुक्रवार को उज्जैन में एक ही दिन में हुई तीन संदिग्ध मरीजों की मौत ने उज्जैन स्वास्थ्य विभाग के इंतजामों की पोल खोल दी। शुक्रवार को उज्जैन में हुई तीन कोरोना संदिग्ध मरीजों में दो की मौत सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि यहां कोरोना के संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत किये गए अस्पतालों में बदइंतजामी का आलम है।

कोरोना संदिग्ध मरीजों की माधवनगर अस्पताल में मौत इसलिये हुई क्योंकि वेंटिलेटर ही चालू नहीं मिले। ऐसे में दूसरे मरीज की मौत इसलिए हुई क्योंकि कोरोना संदिग्ध मरीज के इलाज के लिए अधिकृत किये गए दूसरे अस्पताल आर डी गार्डी में आईसीयू वार्ड में ताला लगा मिला और मरीज ने आईसीयू के बाहर ही एम्बुलेंस में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।

स्वास्थ्य विभाग ने इस गलती को लिखित रूप से स्वीकार कर लिया है कि बदइंतजामी की वजह से दो मरीजों की मौत हुई है।