मेरठ: बेहद संवेदनशील शहर मेरठ ने यूँ तो कई बार कर्फ्यू के हालात देखे हैं, लोगों को घरों में बंद देखा है, सड़कों को वीरान देखा है| मगर मेरठ में आज सड़कें इसलिए सुनसान नहीं हुई हैं कि यहाँ कोई सांप्रदायिक झगड़ा हुआ है या कोई दंगा हुआ है| आज यहाँ लोगों ने खुद को घरों अपनी मर्ज़ी से क़ैद किया है| आज देश पर कोरोना नाम के एक वायरस ने हमला किया है, उसी वायरस का मुक़ाबला करने के लिए देश के तमाम शहरवासियों की तरह मेरठवासियों ने भी कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए यह क़दम उठाया है|

आज शहर में सुबह की शुरुआत सन्नाटे से हुई, जिन स्थानों पर हमेशा भारी भीड़ दिखती थी, आज वीरान नज़र आ रहे हैं, फिर वह चाहे शहर के बाज़ार हों या कालोनियां | पुलिस सुबह से ही गश्त लगाकर शहरवासियों से जनता कर्फ्यू को कामयाब बनाने की अपील कर रही है|

शहर के बड़ौत , मवाना , सरधना , बेगम ब्रिज , सारथी नगर , नई सड़क , घंटाघर, साकेत और कचेहरी पुल आदि स्थानों पर सन्नाटा नज़र आ रहा है| शहर के सबसे व्यस्त बाज़ार अबू लेन मार्केट भी पूरी तरह बंद है| शहर की जनता पूरी तरह से जनता कर्फ्यू को सफल बनाने में सहयोग कर रही है|

बता दें, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील की है। पीएम मोदी ने सुबह के 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक सभी देशवासियों से घर से बाहर न निकलने के लिए कहा है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलावा गोरखपुर, गाजियाबाद, प्रयागराज, अयोध्या, नोएडा, वाराणसी समेत अन्य शहरों में भी जनता कर्फ्यू का असर देखने को मिल रहा है . सुबह-सुबह लोगों की भीड़ से गुलजार रहने वाले पार्को में सन्नाटा पसरा है. अयोध्या में सुबह-सुबह श्रद्धालुओं के रेला दर्शन को उमड़ता था लेकिन आज वहां कोई भी नहीं है. आगरा में भी पूरी तरह से सन्नाटा है. कहा जा सकता है कि यूपी वाले जनता कर्फ्यू की अपील का पूरी तरह से पालन करते नजर आ रहे हैं.