नई दिल्ली: संकट में फंसे यस बैंक पर लगी रोक बुधवार शाम को समाप्त हो गई। यस बैंक ने ग्राहकों को खुशखबरी दी है। बैंक ने कहा कि हमारी बैंकिंग सेवाएं अब शुरू हो गई हैं। ग्राहक अब हमारी सभी सेवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।

यस बैंक ने बुधवार को कहा कि उसका कामकाज पहले की तरह शुरू हो गया है और ग्राहकों के लिये उसकी सभी सेवाएं फिर से शुरू कर दी गयी हैं। यस बैंक ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘हमारी बैंक सेवाएं फिर से परिचालन में आ गयी हैं। आप हमारी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। सहयोग और धैर्य के लिये धन्यवाद।’’ उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को बैंक पर पाबंदी लगा दी थी। इसके तहत ग्राहकों को तीन अप्रैल तक अपने खाते से 50,000 रुपये तक निकालने की छूट दी गयी थी। सरकार ने पिछले सप्ताह पुनर्गठन योजना को अधिसूचित किया।

यस बैंक के नामित मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को कहा था कि बैंक का पूरा कामकाज बुधवार की शाम से सामान्य हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बैंक में नकदी को लेकर वास्तव में कोई चिंता की बात नहीं है। पिछले तीन दिन में यस बैंक में निकासी के मुकाबले जमा ज्यादा आये हैं। बैंक के केवल एक तिहाई ग्राहकों ने ही अपने खातों से 50,000-50,000 रुपये की निकासी की थी।

अब ने तो निकासी पर प्रतिबंध है और न ही कोई अन्य सेवाओं पर पाबंदी। कस्टमर को पहले की तरह सभी सुविधाएं मिलने लगी है। कुछ समय पहले आरबीआई ने 50 हजार से अधिक की निकासी पर बैन लगा दी थी।

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और कुछ अन्य निजी बैंकों ने पुनर्गठन योजना के तहत बैंक में निवेश किया है। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि स्टेट बैंक के पास यस बैंक के जो भी शेयर हैं, उसमें से तीन साल की तय बंधक अवधि से पहले एक भी शेयर नहीं बेचा जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय स्टेट बैंक दूसरे दौर के पूंजी समर्थन में यस बैंक में अपनी हिस्सेदारी को 42 प्रतिशत से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करेगा।