नई दिल्ली: सरकार ने सोमवार को पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया। जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया। विपक्ष से लेकर पद्म भूषण से सम्मानित इतिहासकार रामचंद्र गुहा तक सब ने इसे लेकर कटाक्ष किया। गुहा ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का जिक्र करते हुए कहा कि अब तीन तरह के जज होते हैं, तीसरा जो कानून और गृह मंत्री दोनों को जानता हो।

गुहा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा “2012 में, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने टिप्पणी की थी ‘दो प्रकार के न्यायाधीश हैं- एक जो कानून को जानता है, दूसरा जो कानून मंत्री को जानता है।’ अब तीन प्रकार के न्यायाधीश हैं; तीसरा जो कानून और गृह मंत्री दोनों को जानता हो।”