नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के बाद दुनिया भर के बाजारों में हुई भारी गिरावट का असर घरेलू शेयर बाजारों में भी देखा गया। सेंसेक्स 2,919.26 अंक की भारी गिरावट के साथ 32,778.14 अंक पर। निफ्टी 868.25 अंक के नुकसान से 9,590.15 अंक पर बंद हुआ।

दिन भर के कारोबार के दौरान निवेशकों के 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक डूब गए। वैश्विक वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल के बीच 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 2,919.26 अंक टूट कर 32,778.14 के स्तर पर आ गया। शेयर बाजार के पतन के चलते निवेशकों की 11 लाख करोड़ रुपये डूब गये।

बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बुधवार को कारोबार खत्म होने पर 137 लाख करोड़ रुपये था, जो गुरुवार को घटकर 125 लाख करोड़ रुपये रह गया। व्यापारियों ने कहा कि वैश्विक रुख के अलावा विदेशी फंड के लगातार बाहर जाने के चलते निवेशकों की भावनाओं पर प्रतिकूल असर पड़ा।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को सकल आधार पर 3,515.38 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई में 1,789 शेयरों में गिरावट आई, जबकि सिर्फ 152 शेयर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।

इस वजह से बीएसई इंडेक्‍स पर कंपनियों का मार्केट कैप 1,26,00,369.46 करोड़ रुपये रह गया। एक दिन पहले यानी बुधवार को मार्केट कैप 1,37,13,558.72 करोड़ रुपये था। इस लिहाज से निवेशकों को 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।

कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बीच दुनिया भर में आवाजाही पर रोक लगने से निवेशकों की चिंताएं बढ़ीं और गुरुवार को विमानन कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली हुई। सुबह के कारोबार में इंडिगो, स्पाइसजेट और बंद हो चुकी जेट एयरवेज के शेयरों में भारी गिरावट हुई। स्पाइसजेट में 18 फीसदी से अधिक की गिरावट हुई।

इस दौरान 30 शेयरों वाले सेंसेक्स सूचकांक में 2,000 अंकों से अधिक की गिरावट हुई। देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो की पितृ कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,039.35 रुपये पर पहुंच गए। कंपनी ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते उसकी तिमाही आय में कमी आएगी। स्पाइसजेट के शेयर 18 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 49.40 रुपये पर आ गए, जबकि जेट एयरवेज करीब पांच प्रतिशत गिरकर 18.95 रुपये पर था।