मुंबई: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार शाम को आश्वासन दिया कि अगले 30 दिनों में यस बैंक (Yes Bank) का पुनर्गठन कर दिया जाएगा। सीतारमण के इस बयान के कुछ ही घंटे बाद यस बैंक (Yes Bank) के फाउंडर राणा कपूर के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। ईडी ने राणा कपूर के खिलाफ केस भी दर्ज किया है।

छापेमारी के दौरान ईडी ने यस बैंक (Yes Bank) से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला है। हालांकि ईडी की तरफ से इस छापेमारी को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रिपोर्ट के मुताबिक राणा कपूर को लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। यानी राणा कपूर जांच पूरी होने तक देश से बाहर नहीं जा पाएंगे।

गुरुवार शाम को जब भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक (Yes Bank) के जमाकर्ताओं के लिए 50,000 रुपये की निकासी की सीमा तय की तब दुनिया के सामने इस बैंक की खस्ताहाल की बात सामने आ गई थी।

इस खबर के आने के बाद यस बैंक (Yes Bank) के फाउंडर राणा कपूर ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि वह पिछले 13 महीने से सक्रिय नहीं हैं, इसलिए वे इस संकट पर कुछ नहीं कह सकते हैं। यस बैंक (Yes Bank) ने नवंबर 2019 में शेयर मार्केट को बताया था कि राणा कपूर बोर्ड से पूरी तरह बाहर हो चुके हैं।

जुलाई 2019 में खबर आई थी कि राणा कपूर की हिस्सेदारी एक चौथाई घटकर महज 3.92 फीसदी रह गई है, जो जून में 11.88 फीसदी थी। राणा की दो इकाइयों- यस कैपिटल और मॉर्गन क्रेडिट्स ने अपनी हिस्सेदारी को 6.29 फीसदी से घटाकर महज 0.80 फीसदी कर दी थी।