नई दिल्ली: संकटग्रस्त यस बैंक को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) कैसे बचाने की कोशिश करेगा, इसका प्लान बताया गया है। SBI यस बैंक की 49 फीसदी शेयर खरीद सकता है। इसके साथ 2450 करोड़ के निवेश का भी प्लान है। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने भी दोहराया कि फिलहाल खाताधारकों के पैसे को खतरा नहीं है।

रजनीश ने कहा कि फिलहाल 50 हजार की सीमा तय करने की वजह से यस बैंक के खाताधारकों को दिक्कतें जरूर हो रही होंगी। लेकिन उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। रजनीश ने कहा कि सरकार के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी लोगों को भरोसा दिला चुकी हैं। रजनीश बोले कि फिलहाल परेशानी हो रही है यह वह भी मानते हैं, लेकिन सबका पैसा सुरक्षित है।

जब कोई बैंक डूबता है तो अफरातफरी मच जाती है। छोटा हो या बड़ा, बैंक का हर ग्राहक अपना पैसा वापस पाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता। ताजा मामला यस बैंक का है, जो डूबने की कगार पर है और अब RBI उसपर फैसला लेगा। फिलहाल निकासी की सीमा 50000 रुपये तय की गई है। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि उनका पैसा किसी सूरत में नहीं डूबेगा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में रजनीश कुमार ने बताया कि फिलहाल यस बैंक को 20 हजार करोड़ की जरूरत है। फिलहाल उसमें रुपये 2450 करोड़ के निवेश की योजना बनाई गई है।

उन्होंने कहा कि जो लोग एसबीआई में निवेश करना चाहते हैं कि उनके लिए ये एक मौका है। रजनीश कुमार ने कहा कि उनकी कोशिश है कि निवेश योजना को रिजर्व बैंक की समय सीमा से पहले ही पास करा लिया जाए। रजनीश कुमार ने एसबीआई की निवेश योजना को विस्तार से बताते हुए कहा कि निवेश प्लान पर विचार करने के बाद हम 9 मार्च को फिर से रिजर्व बैंक के पास जाएंगे। उन्होंने कहा कि एसबीआई ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को बता दिया है कि एसबीआई बोर्ड ने यस बैंक में निवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।