नई दिल्ली: मेघालय के पईकान गांव में हुई हिंसा के दौरान मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। रविवार को भी इस इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है। मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले के इचमाटी क्षेत्र में शुक्रवार को खासी छात्र संघ (केएसयू) के सदस्यों और गैर-आदिवासियों के बीच झड़प के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई। ये झड़प केएसयू द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और इनर लाइन परमिट (आईएलपी) पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक के बाद हुई।

सहायक पुलिस महानिरीक्षक गेब्रियल इंगराई ने एक बयान में कहा, शीला पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के तहत पईकान गांव में यह घटना हुई। उफासउद्दीन के रूप में पहचाने जाने वाले शख्स की हत्या में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

अधिकारियों ने कहा, हिंसक झड़पों के बाद यहां रात को कर्फ्यू लगा दिया गया था, रविवार को सुबह 8 बजे इसे हटा दिया गया था,जबकि लुमडीन्गजरी और सदर पुलिस थानों और छावनी बीट हाउस के अधिकार क्षेत्र में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है।

इंगराई ने कहा कि मेघालय बेसिन डेवलपमेंट अथॉरिटी के एक कर्मचारी पर शनिवार रात मावठा में हमला किया गया और उसे उत्तर पूर्वी इंदिरा गांधी रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया। तीनों मौतों के बाद स्थिति तनावपूर्ण है। पूर्वी खासी हिल्स के जिला अधिकारी ने कहा कि कर्फ्यू को लुमिडेंग्जरी और सदर पुलिस स्टेशनों के अधिकार क्षेत्र में विस्तारित किया गया था, और कैंटोनमेंट बीट हाउस ने आशंका जताई थी कि उन स्थानों पर कानून-व्यवस्था की गंभीर खराबी हो सकती है।

जिला मजिस्ट्रेट मात्सिवदोर डब्ल्यू नोंगबरी ने एक आदेश में कहा, "शांति और अमन के टूटने की संभावना है, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है … मैं इन क्षेत्रों में 1 मार्च को सुबह 8 बजे से अगले आदेशों तक कर्फ्यू लगाता हूं।" अधिकारियों ने कहा, अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए खासी और जयंतिया हिल्स क्षेत्र के छह जिलों में मोबाइल इंटरनेट और मैसेजिंग सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।

शुक्रवार की रात को मेघालय में सीएए और इनर लाइन परमिट, आईएलपी पर बैठक के दौरान खासी स्टूडेंट्स यूनियन, केएसयू कार्यकर्ताओं और गैर आदिवासियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद शिलांग शहर के कुछ इलाकों में शनिवार दोपहर को फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार रात को झड़प के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया था, जिसे शनिवार सुबह आठ बजे हटा लिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि छह जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध जारी है। हिंसा की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए गए हैं।