पेइचिंग: कोरोना वायरस ने दुनिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था चीन को बेदम कर दिया है। वायरस अब जेलों में भी दस्तक दे चुका है और देशभर में 2200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए जरूरी उपाय करने को कहा है। देश के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इसने तब चिंता और बढ़ा दी है जब वायरस ने विभिन्न प्रांतों की जेलों में भी दस्तक दे दी है।

शी ने शुक्रवार को पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्यों से कहा कि कोरोना अभी अपने उच्चतम स्तर (पीक) पर नहीं पहुंचा है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोर्स्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, शी ने कहा, 'हुबेई प्रांत और वुहान को बचाने की लड़ाई अच्छे से लड़ी जानी चाहिए और वायरस के प्रसार को रोकने के उपाय होने चाहिए। हुबेई में हालात अभी भी गंभीर हैं।' चीन में लोग वायरस के पीक पर पहुंचने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि इसका मतलब है यह होगा कि आगे इसमें कमी आएगी।

"संक्रमण के रोजाना दर्ज होने वाले मामलों में गिरावट के बावजूद कोरोना वायरस महामारी चरम पर नहीं पहुंची है। हुबेई में स्थिति अब भी गंभीर है। हुबेई प्रांत और वुहान को बचाने के लिए जंग अच्छी तरह लड़ी जानी चाहिए और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।"

चीन के प्रतिष्ठित स्वास्थ्य विशेषज्ञ झॉन्ग नैनशान ने महीने की शुरुआत में कहा था कि अगले 10-14 दिन में वायरस अपने उच्चतम स्तर पर होगा। यानी कि फरवरी के अंत में मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए चिंता का सबब तब बन गया जब पांच जेलों से वायरस के 447 मामले सामने आए। वायरस हुबेई, शॉनडॉन्ग और झेझियांग प्रांतों में फैल चुका है। इसके बाद प्रशासन ने जेल व न्याय विभाग के कई अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया।

देशभर की जेलों में मॉनिटरिंग के आदेश दे दिए गए हैं। जेलों से आए आंकड़े के बाद हुबेई प्रांत के नोवेल कोरोना वायरस से जुड़ी एक इकाई ने बताया कि संक्रमित होने वालों के 631 नए मामले सामने आए हैं जबकि 115 नई मौत हुई है। उधर, अकेले हुबेई में संक्रमित लोगों की संख्या 62,662 हो गई है। इनमें 45,346 मामले की पुष्टि कोरोना के केंद्र हुबेई के वुहान शहर से हुई है।