बेंगलुरु: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ बेंगलुरु में रैली के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में मंच से ही नारेबाजी करने वाली अमूल्या लियोना पर येदियुरप्पा सरकार ऐक्शन के मोड में आ गई है। कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मै ने कहा है कि सरकार अमूल्या के नक्सल लिंक की जांच कराएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी कहा था कि अमूल्या को जमानत नहीं दी जानी चाहिए।

कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा, 'अमूल्या उस जगह से आती हैं, जहां काफी समय से नक्सली गतिविधि चल रही है। उसने फेसबुक पर भी बहुत से पोस्ट शेयर किए हैं। हम इस ऐंगल से भी जांच करेंगे।' फिलहाल बेंगलुरु की कोर्ट में पेशी के बाद अमूल्या को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उस रैली में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी मौजूद थे। अपने मंच से पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाए जाने की ओवैसी ने भी निंदा की थी।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'अमूल्या (जिसने गुरुवार को बेंगलुरु में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रैली के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की थी) को जमानत नहीं दी जानी चाहिए। उसके पिता का भी कहना है कि वह अमूल्या को नहीं बचाएंगे। इसका सीधा मतलब है कि वह नक्सलियों के संपर्क में थी। उसे उचित सजा दी जानी चाहिए।'

कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मै ने कहा है कि अमूल्या के नक्सल लिंक की भी जांच कराएगी। उन्होंने कहा कि अमूल्या एक ऐसी जगह से आती है जहां नक्सली लंबे समय से सक्रिय हैं। उसने फेसबुक पर बहुत सारी पोस्ट शेयर की हैं। हम इन ऐंगल्स से भी मामले की जांच कराएंगे।