सोनभद्र: सोनांचल के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की पहाड़ियों में एक सर्वे के मुताबिक तीन हजार टन सोना दबे होने की जानकारी सामने आई है। पिछले कई सालों से खनिज तत्वों की खोज में स्वर्ण पत्थर के साथ लोहा सहित कई खनिज संपदा के मिलने की अटकलों के बीच जमीन के भीतर छिपे विशाल खजाने की अनुमानित शक्ल सामने आ गई है। यूपी सरकार के खजाने में जमीन के भीतर से भारी राजस्व की राह खुल गई है। सोने की मौजूदा कीमत के हिसाब से इतने सोने का मूल्य करीब 12 लाख करोड़ रुपये का है।

सोनभद्र की पहाड़ी में लगभग तीन हजार टन सोना दबा है। भू-भौतिकीय सर्वे के दौरान सोनांचल की पहाड़ी में सोने के साथ लोहा सहित भारी मात्रा में दूसरे खनिज भी दबे हैं। जिले के कई भू-भागों में हेलिकॉप्टर से भू-भौतिकीय सर्वे जारी है। इस सर्वेक्षण में विद्युती चुम्बकीय एवं स्पेक्ट्रोमीटर उपकरणों का प्रयोग किया जा रहा है। इन उपकरणों का कुछ भाग हेलिकॉप्टर के नीचे लटका रहता है जो कि जमीन की सतह से 60-80 मीटर की ऊंचाई पर उड़ते हुए सर्वेक्षण करता है। सोनभद्र डीएम एन. राजलिंगम ने कहा इन हेलिकॉप्टर में कुछ उपकरण नीचे लटके रहते हैं, उन्हें देखकर लोग न चिंता करें, न भय।

सोनभद्र के सोन पहाड़ी में सबसे ज्यादा 2943.26 टन और जिले के हल्दी ब्लॉक में 646.15 किलो अनुमानित सोना मिला है। सोनभद्र के भू-भाग में यूरेनियम वर्ग के अन्य खनिज तत्वों का भी पता चला है। जिले के छिपिया ब्लॉक में सिलेमिनाइट की दस मीलियन टन की अनुमानित मात्रा छिपी है। इसी तरह जिले के पुलवर, सलईडीह ब्लॉक के कुछ भागों में इस सर्वे के दौरान एंडालुसाइट अब तक पाया गया है। इनकी अनुमानित मात्रा सौ मीलियन टन है। जिले के कुरछा तथा बरवाडीह ब्लॉक में जमीन के अंदर लगभग दस मीलियन टन पोटाश छिपा है।