डाबर आंवला हेयर ऑयल जीवन में शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का कर रहा है प्रयास

लखनऊ: डाबर कंपनी का डाबर आंवला हेयर ऑयल भारत का सबसेबड़ा हेयर ऑयल ब्रांड है, जिसने आज भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वाराप्रचारित ’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को सपोर्ट करते हुए यूपी सरकार के साथ हाथमिलाया। इस पहल के बाद, डाबर आंवला की टीम उत्तर प्रदेश राज्य के सरकारी स्कूलों मेंजाकर हजारों छात्राओं को जीवन में शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करने का प्रयासकरेगी। साथ ही मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करने केलिए छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। “तू पढ़ती जा, तू बढ़ती जा“ नामक इस अभियान को आज लखनऊ के ए0पी0 सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कालेज से शुरू किया गया। इस अभियान के तहत उस क्षेत्र की महिलाओं कीउपलब्धियों और सफलता की कहानी को अन्य युवा महिलाओं से सामने पेश कर उन्हेंप्रेरित करने का प्रयास किया जाएगा।

डाबर इंडिया लिमिटेड के केटेगरी हेड राकेश ने कहा कि 75 वर्षों से, डाबर आमला मजबूत और सुंदर बालों के लिए काम कर रहा है। ब्रांड ने हमेशा माना है कि ताकतअसली सुंदरता है और इसी सूत्रवाक्य पर काम करते हुए ब्रांड को “बेटी बचाओ – बेटीपढ़ाओ“ की मजबूत सामाजिक पहल के साथ जुड़ने पर गर्व है। हम मानते हैं कि समाजको जड़ों से आगे बढ़ाने और मजबूत बनाने का आधार शिक्षा ही है और केवल एकशिक्षित बालिका इस समाज को आने वाली पीढ़ियों के लिए मजबूत और सुंदर बनाने कीशक्ति रखती है।

डाबर इंडिया लिमिटेड के ब्राण्ड एक्टिवेशन मैनेजर नवनीत कुमार ने कहा शिक्षा का महत्व हर व्यक्ति के लिए निर्विवाद है। डाबर में, हम मानते हैं कि बालिका शिक्षा एकबेहतर जीवन और समाज के समग्र विकास को सुनिश्चित करने की कुंजी है। इस विजनको आगे बढ़ाते हुए, डाबर अमला हेयर ऑयल ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर“बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ“ प्रोग्राम के तहत जरूरतमंद छात्राओं की मदद के लिए यहसामाजिक पहल की है। इस पहल के तहत, हम छात्राओं को उनकी प्रतिभा और ज़रूरतके आधार पर छात्रवृत्ति की पेशकश भी करेंगे।

इस कार्यक्रम के जरिए हम स्कूलों में नामांकन के स्तर में सुधार करने और ग्रामीण और अर्ध-शहरी स्कूलों में छात्राओं के बीच ड्रॉपआउट दरों को कम करने का प्रयास करेंगे। श्री राकेश ने कहा “इन लड़कियों को जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बस एक अवसर की आवश्यकता होती है। आज के समय की आवश्यकता है कि जीवन में शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाई जाए और छात्राओं को आगे सीखने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।“ इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण, संवेदीकरण, जागरूकता बढ़ाने और ज़मीनी स्तर पर सामुदायिक मानसिकता में बदलाव पर भी जोर होगा।