समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डॉ. भीमराव अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर केंद्र और प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस संविधान ने देश के वंचित वर्गों को हक और सम्मान दिया, उसे कमजोर करने की कोशिशें तेज हैं और एसआईआर के नाम पर वोट कटवाने की साजिशें चल रही हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने देश को जो संविधान दिया, वही पीडीए वर्ग की ‘किस्मत की किताब’ है। अगर यह किताब न होती तो वंचित तबकों को न जाने किन कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता। वर्चस्ववादी ताकतों ने कई बार पीडीए समाज का अपमान किया है, यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट में जूता फेंके जाने तक की घटना देश देख चुका है। उन्होंने कहा कि संविधान ही हक, सम्मान और बराबरी से चलने का मौका देता है। आरक्षण संविधान की देन है; अगर संविधान कमजोर हुआ तो लोकतंत्र और आरक्षण दोनों खतरे में पड़ जाएंगे। एकतंत्रीय सोच वाले लोग देश को ‘मनविधान’ से चलाना चाहते हैं।