एसकेएफ इंडिया लिमिटेड, जो बीयरिंग, सील, लुब्रिकेशन सिस्टम और सेवाओं में भारत का सबसे बड़ा प्रौद्योगिकी एवं समाधान प्रदाता है, के निदेशक मंडल ने 31 दिसंबर, 2019 को समाप्त हुई तीसरी तिमाही के लिए आज अलेखा-परीक्षित वित्तीय परिणामों की घोषणा की।

प्रमुख वित्तीय जानकारियाँ नीचे दी गई हैं :

• पिछले वर्ष की 7676.5 मिलियन रुपए की तुलना में इस अवधि के लिए कंपनी के संचालन से प्राप्त राजस्व 7073.4 मिलियन रुपए थे।

• पिछले वर्ष के दौरान 884.5 मिलियन रुपए की तुलना में इस अवधि के लिए कर चुकाने के बाद का लाभ 511.9 मिलियन रुपए था।

एसकेएफ इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री मनीष भटनागर ने इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हमें औद्योगिक क्षेत्रों में मौन मांग और ऑटोमोटिव खंडों में गिरावट देखने को मिल रहा है। निजी खपत में वृद्धि अब भी हमारी अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी है, और नई परियोजनाओं और आफ्टर-मार्केट दोनों की मांग पर इसका प्रभाव पड़ा है। फिर भी, हम मांग को बढ़ाने के लिए क्षमता, प्रौद्योगिकी और प्रतिभा में निवेश करना जारी रखेंगे जो अब वित्त वर्ष 21 के दूसरे तिमाही में होने की उम्मीद है। हमारा घूर्णन उपकरण प्रदर्शन (आरईपी) व्यवसाय उन ग्राहकों में लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है जो अपने परिचालन मापिकी को बेहतर बनाने के लिए एसकेएफ की इस क्षेत्र में गहरी विशेषज्ञता का उपयोग करने की एहमियत पहचानते हैं। हम सीमा से आगे बढ़कर नए उत्पादन लाइनों में निवेश करेंगे ताकि कई सारी नई उत्पादों को शामिल करते हुए भारत के विनिर्माण पदचिन्ह को बढ़ाया जा सके। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारी नई लीडरशिप टीम अब पूरी तरह से व्यवसाय में एकीकृत हो चुकी है और एक सांस्कृतिक और रणनीतिक परिवर्तन ला रही है जो इस उद्योग में लीडरशिप स्थिति को और प्रखर बनाएगा। कुल मिलाकर, हम आशावादी बने हुए हैं कि अब हम एक चक्रीय मंदी के अंत पर आ चुके हैं और आने वाली तिमाहियों में राजस्व और लाभप्रदता दोनों में पुनः वृद्धि देखने की उम्मीद करते हैं”।