कोरोना के कारण सूरत के हीरा कारोबार को 8,000 करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका
नई दिल्ली: चीन में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस ने अब भारत के औद्योगिक जगत को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। खासतौर पर हीरों के कारोबार के लिए मशहूर गुजरात का सूरत शहर इससे सीधे तौर पर प्रभावित हो रहा है। हीरा उद्योग को अगले दो महीनों में कोरोना वायरस के चलते 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है।
इसकी वजह हॉन्ग कॉन्ग में मेडिकल इमरजेंसी लागू होना है। दरअसल सूरत से निर्यात होने वाले हीरा का बड़ा हिस्सा हॉन्गकॉन्ग जाता है और वहां का मार्केट बंद होने के चलते डायमंड के बिजनेस पर सीधा असर पड़ने की आशंका है।
जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिनेश नवादिया ने कहा कि हर साल करीब 50,000 करोड़ रुपये का पॉलिश हीरा हॉन्गकॉन्ग एक्सपोर्ट होता है। हॉन्गकॉन्ग में मेडिकल आपातकाल घोषित होने के बाद गुजराती कारोबारी वहां से घर लौट रहे हैं और इसके चलते निर्यात की गतिविधियां ठप हैं। यदि अगले महीने तक यही हालात बने रहे तो 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान इंडस्ट्री को हो सकता है।
नवादिया ने कहा कि यदि कोरोना वायरस के चलते ऐसी ही स्थिति बनी रहती है तो सूरत की इंडस्ट्री को करारा झटका लगेगा। भारत में आयात होने वाले कुल हीरे का 99 फीसदी हिस्से की पॉलिशिंग सूरत में ही होती है।








