सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने बेहद कड़े मुकाबले में डोमीनिक थीम को हराकर रविवार को रिकॉर्ड आठवीं बार ऑस्ट्रेलिया ओपन का पुरुष एकल का खिताब जीता और इसके साथ ही उनका आगामी रैंकिंग में नंबर एक पुरुष खिलाड़ी बनना तय हो गया।

दूसरे वरीय जोकोविच ने 1-2 से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रिया के पांचवें वरीय थीम को पांच सेट चले मुकाबले में लगभग चार घंटे में 6-4, 4-6, 2-6, 6-3, 6-4 से हराया। जोकोविच का यह 17वां ग्रैंडस्लैम खिताब है। जोकोविच अब सर्वाधिक पुरुष एकल ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने के मामले में रफेल नडाल (19 ग्रैंडस्लैम) से दो और रोजर फेडरर (20 ग्रैंडस्लैम) से तीन खिताब पीछे हैं।

छह महीने से कुछ अधिक समय पहले फेडरर के खिलाफ विंबलडन फाइनल में दो चैंपियनशिप अंक बचाने के बाद पांच सेट में जीत दर्ज करने वाले जोकोविच ने एक बार फिर साबित किया कि उनके अंदर अंत तक हार नहीं मानने का जज्बा है।

इस जीत से मेलबर्न पार्क में सेमीफाइनल और फाइनल में जोकोविच का जीत का रिकॉर्ड 16-0 हो गया है। वह आगामी विश्व रैंकिंग में नडाल को पछाड़कर दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगे। आस्ट्रेलिया ओपन के इतिहास में हार्ड कोर्ट पर होने वाली इस प्रतियोगिता को किसी भी पुरुष खिलाड़ी ने छह से अधिक बार नहीं जीता है।

सबिर्या के 32 साल के जोकोविच की फाइनल में जीत की राह बेहद मुश्किल रही। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में नडाल को हराने वाले थीम के खिलाफ एक समय लगातार छह गेम गंवाए। तीसरे सेट के दौरान जोकोविच के डाक्टर और ट्रेनर को कोर्ट पर आना पड़ा क्योंकि इस खिलाड़ी को शरीर में पानी की कमी से जूझना पड़ रहा था।

जोकोविच ने एक साल पहले नडाल के खिलाफ यहां खिताबी जीत के दौरान सिर्फ नौ सहज गलतियां की थी लेकिन रविवार को उन्होंने पहले सेट में ही 14 गलतियां करके इस आंकड़े को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने मैच में कुल 57 सहज गलतियां की। इस मैच से हालांकि एक बार फिर पांच सेट तक चलने वाले मुकाबलों में जोकोविच का दबदबा साबित हुआ। उन्होंने अब तक पांच सेट तक चलने वाले 41 मैचों में से 31 में जीत दर्ज की है जबकि 10 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। पांच सेट के मुकाबलों में थीम का रिकार्ड 8-7 है।

जोकोविच ने इससे पहले 2008, 2011, 2012, 2013, 2015, 2016 और 2019 में भी आस्ट्रेलिया ओपन का खिताब जीता है। वह इसके अलावा पांच बार विंबलडन और तीन-तीन बार अमेरिकी और फ्रेंच ओपन का खिताब भी जीत चुके हैं।

दूसरी तरफ ऑस्ट्रिया के 26 साल के थीम तीसरी बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में खेल रहे थे। उन्हें तीनों बार फाइनल में शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इससे पहले उन्हें दोनों बार फ्रेंच ओपन के फाइनल में नडाल के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।