लखनऊ: धारा 144 के बहाने नागरिकता संशोधन अधिनियम पर उठने वाले विरोध के स्वर के खिलाफ दमनात्मक कार्रवाई करते हुए लखनऊ की ठाकुरगंज पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी किए जाने की रिहाई मंच निंदा करता है।

रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने कहा कि रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब समेत 13 नामज़द और सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ ठाकुरगंज, लखनऊ की पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब, शफीक़, दीपक कबीर, उज़मा परवीन, मो० सैफ, नदीम अंसारी, तुफैल सिद्दीकी, मो० ताहिर, जुगनू, मो० शान खान, रहबर, दाऊद और शावेज़ अहमद को नामज़द किया गया है। जिसमें अंतिम छः को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

रिहाई मंच ने इसे सीधे-सीधे दमनात्मक कार्रवाई बताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बावजूद कि लम्बे समय तक धारा 144 नहीं लगाई जा सकती, उत्तर प्रदेश सरकार न केवल इसकी अवहेलना कर रही है बल्कि शक्ति का दुरुपयोग करते हुए संवैधानिक अधिकारों का दमन कर रही है। पुलिस ने शर्मनाक तरीके से गांधी जी के शहादत दिवस पर कैंडल जलाकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित किए जाने को भी अपराधिक कृत्या बना दिया है।

उन्होंने कहा कि रिहाई मंच अध्यक्ष पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जेल में डालकर उनके हौसले को तोड़ा नहीं जा सकता। प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद संविधान को बचाने का यह अभियान जारी रहेगा।