लखनऊ: लखनऊ में निषेधाज्ञा तोड़ने के आरोप में बेटियों पर मुकदमा दर्ज किए जाने पर शायर मुनव्वर राना ने सवाल उठाते हुए पूछा कि गृहमंत्री पर कब केस दर्ज होगा। उनकी रैली भी तो निषेधाज्ञा का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान अगर राम, नानक और चिश्ती का मुल्क है तो शाह के खिलाफ भी मुकदमा होना चाहिए। तब हम समझेंगे कि हमारी सरकार और पुलिस इंसाफ कर रही है।

मुनव्वर राना ने कहा अगर रैली जायज है तो बेटियों के साथ नाइंसाफी हुई है राना ने कहा कि अगर सरकार की नजर में शाह की रैली करना जायज है तो जाहिर है कि पुलिस की कार्रवाई नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) का विरोध कर रही उनकी बेटियों और तमाम मुस्लिम महिलाओं तथा लड़कियों के साथ नाइंसाफी है।

मुनव्वर राना ने कहा कि यह तो वही हुआ कि जब किसी शहर में कोई “शाह” आता है तो फकीरों के बेटे—बेटियां बंद कर दिए जाते हैं। राना ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटियों से कहा है कि मुकदमे से डरने की कोई जरूरत नहीं है। “कबीले में हमारे चाहे नींद हो या मौत, वह मकतल (वध स्थान) में आती है, कबीले में हमारे कोई आंगन में नहीं मरता।”

मालूम हो कि गृह मंत्री अमित शाह ने सीएए के समर्थन में मंगलवार को लखनऊ में एक रैली को संबोधित किया था। इसके पूर्व राना की बेटियों सुमैया और फौजिया समेत करीब 160 महिलाओं और लड़कियों पर सीएए के खिलाफ घंटाघर पर प्रदर्शन करके निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने का मुकदमा दर्ज किया गया था।