नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने आरटीआई के जवाब में कहा है कि उनके पास ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ से संबंधित कोई जानकारी नहीं है। दरअसल पीएम मोदी और अमित शाह कई बार अपने भाषणों में टुकड़े-टुकड़े गैंग का जिक्र कर चुके हैं। इस पर एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने बीती 26 दिसंबर को एक आरटीआई दाखिल की थी।

आरटीआई के तहत साकेत गोखले ने पूछा था कि गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि टुकड़े-टुकड़े गैंग को सबक सिखाने की जरूरत है। आरटीआई में गोखले ने इसी टुकड़े-टुकड़े गैंग के बारे में जानकारी मांगी थी।

इस आरटीआई के जवाब में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि उनके पास टुकड़े-टुकड़े गैंग के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार गृह मंत्रालय ने कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग को खूफिया एजेंसियों या कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों ने कोई जिक्र नहीं किया है।

बता दें कि टुकड़े-टुकड़े गैंग की चर्चा पहली बार फरवरी 2016 में दिल्ली की जेएनयू यूनिवर्सिटी में लगे ‘देश विरोधी नारों’ के बाद हुई थी। इसके बाद से कई लोगों द्वारा टुकड़े-टुकड़े गैंग का इस्तेमाल किया गया है।

आरटीआई दाखिल करने वाले साकेत गोखले ने ट्वीट कर बताया कि ‘वो अब चुनाव आयोग से गृह मंत्री अमित शाह की शिकायत करेंगे। गोखले ने बताया कि अमित शाह बताएं कि उन्होंने रैली में इस शब्द का इस्तेमाल क्यों किया और वो जनता से झूठ बोलने और उन्हें गुमराह करने के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे।’