भुबनेश्वर: भारत ने एफआईएच प्रो लीग में शानदार शुरुआत करते हुए दुनिया की तीसरे नंबर की टीम नीदरलैंड को दूसरे मैच में शूटआउट में 3-1 से हराया जबकि नियमित समय तक स्कोर 3-3 से बराबर था।

दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत ने इससे पहले शनिवार को शुरुआती मैच में नीदरलैंड को 5-2 से मात दी थी। भारत अब दो मैचों में पांच अंक लेकर शीर्ष पर है लेकिन नियमित समय तक स्कोर बराबर रहने के कारण नीदरलैंड को भी एक अंक मिल गया।

अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ के नये नियमों के अनुसार हर टाइ मैच का नतीजा निकलना जरूरी है। ड्रॉ रहने पर मैच शूटआउट में जायेगा। विजयी टीम को दो और हारने वाली टीम को एक अंक मिलेगा।

दूसरे मैच में मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम 1-3 से पीछे चल रही थी। चौथे और आखिरी क्वार्टर में मनदीप सिंह (51वां) और रूपिंदर पाल सिंह (55वां) ने गोल करके टीम को बराबरी तक पहुंचाया।

इससे पहले ललित उपाध्याय ने 25वें मिनट मे भारत के लिये पहला गोल किया था। नीदरलैंड के लिये वीरडेन वान डेर मिंक (24वां), जेरोन हर्ट्सबर्ग (26वां) और केलेरमैन ब्योर्न (27वां) ने गोल किये।

शूटआउट में विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंह और गुरजंत सिंह ने गोल किये जबकि हरमनप्रीत सिंह और रूपिंदर चूक गए। डच टीम के लिये मिरको प्रूज्सेर ने गोल दागा जबकि ग्लेन शरमैन, थियरे ब्रिंकमैन और जेरोन हर्ट्सबर्ग के निशाने चूके।

भारत ने शनिवार के मैच वाली अपनी लय कायम रखते हुए शुरू से ही कई मौके बनाये लेकिन नीदरलैंड ने दूसरे क्वार्टर में गोल करके बढत बना ली। वान डेर वीरडेन ने पेनल्टी कॉर्नर पर पहला गोल किया। भारतीय टीम ने हालांकि अगले ही मिनट वापसी की जब ललित ने करीब से फील्ड गोल किया। न्यूजीलैंड ने 26वें मिनट में एक और गोल करके फिर बढ़त बना ली।

हर्ट्सबर्ग के इस गोल के बाद ब्योर्न ने 27वें मिनट में डच टीम के लिये तीसरा गोल किया। दो गोल से पिछड़ने के बाद आखिरी क्वार्टर में भारत ने प्रयास तेज किया जिसका फायदा भी मिला। पहले मनदीप ने 51वें मिनट में पेनल्टी कार्नर नाकाम रहने पर रिबाउंड पर गोल किया। इसके चार मिनट बाद भारत को मिला पेनल्टी कॉर्नर रूपिंदर ने तब्दील किया।

आखिरी सीटी बजने से दो मिनट पहले नीदरलैंड को पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन भारत ने उसे बचा लिया। अब विश्व चैम्पियन बेल्जियम आठ और नौ फरवरी को यहां खेलेगी जबकि 22 और 23 फरवरी को मेजबान को ऑस्ट्रेलिया से खेलना है। भारत इसके बाद जर्मनी (25 और 26 अप्रैल) और ब्रिटेन (दो और तीन मई) में खेलेगा। स्वदेश लौटने पर 23 और 24 मई को न्यूजीलैंड से खेलना है और फिर पांच और छह जून को अर्जेंटीना में खेलना होगा।