नई दिल्ली: दिल्ली की अदालत ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को दरियागंज में सीएए विरोधी प्रदर्शन से जुड़े मामले में जमानत दी। नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान जामा मस्जिद के पास से आजाद को गिरफ्तार किया गया था।

दिल्ली के दरियागंज में हिंसा का मामले में कोर्ट ने उन्हें 16 फरवरी तक दिल्ली में कोई विरोध प्रदर्शन नहीं करने का आदेश दिया है। भीम आर्मी के सदस्यों ने गुरुवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ यहां शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन में हिस्सा लिया और संगठन के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद की रिहाई की मांग की थी।

दलित संगठन के सदस्यों ने आजाद और बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के पोस्टर के साथ ‘बहुजन-मुस्लिम एकता जिंदाबाद’ और ‘जय भीम’ के नारे लगाए। आजाद को पुरानी दिल्ली के दरियागंज में 21 दिसंबर को हुई हिंसा के संबंध में गिरफ्तार किया गया था।

भीम आर्मी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष हिमांशु वाल्मीकि ने शाहीन बाग में संगठन के समर्थकों की अगुवाई की। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के निकट स्थित शाहीन बाग में 15 दिसंबर से एक वर्ग के लोग संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।