तेहरान: ईरान की सेना की संयुक्त कमान ने तेहरान के क़रीब यूक्रेन के एक यात्री विमान के गिरने के बारे में अहम बयान जारी करते हुए स्वीकार किया उस समय की परिस्थितियों में मानवीय भूल के चलते और ग़लती से इस विमान को निशाना बना दिया गया

ईरानी सेना की संयुक्त कमान ने शनिवार की सुबह एक बयान जारी करके कहा है कि अमरीकी राष्ट्रपति और अमरीकी सेना के कमांडरों की ओर से ईरान के अनेक ठिकानों को निशाना बनाने की धमकियों के बाद और क्षेत्र में अमरीका की अभूतपूर्व हवाई गतिविधियों में वृद्धि के मद्देनज़र ईरान की सेना संभावित हमलों का जवबा देने के लिए हाई अलर्ट पर थी।

बयान में कहा गया है कि इराक़ में अमरीकी एयरबेस पर ईरान के मीज़ाइल हमले के बाद ईरान के आस-पास अमरीका की लड़ाकू विमानों में वृद्धि हो गई और रडार पर अनेक लक्ष्यों को देखा गया जिसके बाद ईरान के एयर डिफ़ेंस की संवेदनशीलता बढ़ गई थी। ईरान की सेना की संयुक्त कमान ने अपने बयान में कहा है कि इन संवेदनशील और संकटमयी परिस्थितियों में यूक्रेन एयरलाइंस की फ़्लाइट संख्या 752 ने इमाम ख़ुमैनी हवाई अड्डे से उड़ान भरी और मुड़ते समय वह पूरी तरह से आईआरजीसी के एक संवेदनशील सैन्य ठिकाने के क़रीब होने लगी और उसकी ऊंचाई भी दुश्मन लक्ष्य जैसी हो गई थी। इन परिस्थितियों में मानवीय भूल के चलते और ग़लती से इस विमान को निशाना बना दिया गया।

ईरान की सेना की संयुक्त कमान ने अपने बयान में इस दुर्घटना में मारे जाने वालो। के परिजनों से संवेदना जताते हुए और मानवीय भूल पर क्षमा मांगते हुए विश्वास दिलाया है कि सेना की आप्रेशनल प्रक्रिया में बुनियादी सुधार करके इस बात को सुनिश्चित बनाया जाएगा कि भविष्य में इस प्रकार की ग़लती न हो और साथ ही इस घटना के दोषियों को सेना की न्यायिक प्रक्रिया के लिए पेश किया जाएगा ताकि उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाही की जा सके।