तेहरान: ईरान और इराक़ के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की हत्या का आदेश देने और ईरान की सांस्कृतिक धरोहरों को तबाह करने की धमकी के बाद अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की देश विदेश में कड़ी आलोचना का क्रम जारी है।
रविवार को ट्रम्प ने धमकी दी थी कि अगर ईरान ने मेजर जनरल क़ासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए कोई जवाबी कार्यवाही की तो वह ईरान के ऐतिहासिक व सांस्कृतिक ठिकानों को तबाह करने का आदेश जारी कर देंगे।
सोमवार को एमनेस्टी इंटरनेशनल ने ट्रम्प की इस धमकी की आलोचना करते हुए कहा है कि जानबूझकर ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरों को निशाना बनाना, युद्ध अपराध है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि ट्रम्प ईरान को धमकियां देना बंद करें और अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का सम्मान करें।
रविवार को फ्लोरिडा से अपनी छुट्टी बिताकर लौटे ट्रंप ने शनिवार को अपने एक ट्वीट का उल्लेख करते हुए कहा, ईरान में 52 ठिकाने अमरीका के निशाने पर हैं। इनमें से कई सांस्कृतिक महत्व की जगहें भी हैं। ट्रंप का इशारा ईरान स्थित ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों की ओर था।
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