वाशिंगटन: बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिका की एयर स्ट्राइक के दौरान ईरान के सबसे ताकतवर जनरल कासिम सोलेमानी को मारे जाने के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। इसी बीच, अमेरिका ने अपने नागरिकों को तुरंत इराक छोड़ने के लिए कहा है।

बगदाद में स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा, 'इराक और उसके आस-पास के क्षेत्र में तनाव बढ़ने के कारण अमेरिकी दूतावास अमेरिकी नागरिकों से अनुरोध करता है कि वह 2020 की यात्रा सलाह पर ध्यान दें और तुरंत इराक छोड़ दें। जहां संभव हो सके वहां अमेरिकी नागरिक विमान के जरिए इराक छोड़ दें। अगर यह संभव नहीं है तो वह जमीन के जरिए दूसरे देशों में चले जाएं।'

वहीं, ईरान के सर्वोच्च नेता अयोतुल्लाह अली खमेनई ने सख्त बदला लेने की बात कही है तथा सोलेमानी की हत्या के लिए अमेरिका की कठोर निंदा की। ईरान के सर्वोच्च नेता ने सुलेमानी के शौर्य की तारीफ की और कहा कि वह जन्नत चले गए हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा कि अपराधियों से सख्त बदला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुलेमान की हत्या से अमेरिका और इजरायल के खिलाफ ईरान का प्रतिरोध दोगुना हो जाएगा।

ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ ने हमले को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद करार दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, आईएसआईएस से लड़ने वाली सबसे प्रभावशाली सेना के जनरल सुलेमानी पर हमला और उनकी हत्या का अमेरिकी कदम बेहद खतरनाक है और मूर्खतापूर्ण तरीके से संघर्ष को पैदा करने वाला है।

बता दें कि बगदाद एयरपोर्ट पर गुरुवार देर रात अमेरिकी ड्रोन्स ने रॉकेट से हमला कर दिया। इसमें ईरान की इलीट कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कसीम सोलेमानी और इराक के ईरान समर्थित संगठन- पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स (पीएमएफ) के कमांडर अबु महदी अल-मुहंदिस सहित 8 लोगों की मौत हो गई। कासिम ईरान की जिस विशेष सेना रेवोल्यूशनरी गार्ड की कुद्स फोर्स के प्रमुख थे वह अमेरिका के लिए आतंकी संगठन है। अमेरिकी ने इसे अपने सैन्यकर्मियों की रक्षा के लिए उठाया गया कदम बताया है। जबकि ईरान ने अमेरिका के इस हमले पर बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री जावेद जरीफ ने कहा कि अमेरिका की यह कार्रवाई अंतरराष्‍ट्रीय आतंकवाद है।