वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शिकायत के बावजूद पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए एक गैंगरेप पीड़िता और उसके माता-पिता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के ऑफिस के बाहर जहर खा लिया। घटना सोमवार की है। हालांकि, एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पुलिस पर निष्क्रयता के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि बलात्कार के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

चौधरी ने बताया, 'हमें एक नोट मिला है। इसमें इस केस के संबंध धाराएं कम करने का आरोप लागाया गया। वास्तव में सच तो यह है कि इस केस में धाराओं को बढ़ाया गया है। शुरू में इस केस के संबंध में आईपीसी की धारा 363 और 366 के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में गैंग रेप की धारा (376डी) को भी लगाया है। ये कहना गलत है कि इस केस में कम धाराएं दर्ज की गई हैं। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।'

रिपोर्ट्स के अनुसार हालांकि रेप पीड़िता एसएसपी के ऑफिस के पास आई थी लेकिन आरोप है है कि उसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद रेप पीड़िता ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर जहर खा लिया। सभी को इसके बाद अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि अभी उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। चौधरी ने कहा कि पुलिस इस मामले में जांच-पड़ताल अभी कर रही हैं कि क्यों उनको जहर खाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

चौधरी ने कहा, 'पुलिस को शक है कि वह नोट पहले से लिखा हुआ था। हमारी प्राथमिकता लड़की के इलाज की है। हम जांच कर रहे हैं कि उन्होंने यह कदम क्यों उठाया। पुलिस को ये भी शक है कि कुछ लोगों ने उन्हें ये कदम उठाने के लिए उकसाया है। इस तरह के कदम उठाने की उन्हें बिल्कुल भी जरूरत नहीं थी। पुलिस पर लगाए गए आरोप आधारहीन हैं।'