नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच अब कांग्रेस ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है. इसी को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के शीर्ष नेता सोमवार को महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर जुटे और 'सत्याग्रह' पर बैठे. यहां पर सभी कांग्रेसजनों ने संविधान में लोगों को प्रदत्त अधिकारों के संरक्षण की मांग की. इस सत्याग्रह के दौरान सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी ने संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी.

कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन के दौरान राजस्‍थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह और बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. राजघाट पर विरोध प्रदर्शन से पहले राहुल गांधी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने युवाओं, छात्रों और अन्य लोगों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया.

देश भर में हो रहा विरोधसंशोधित नागरिकता कानून (CAA) का विराेध देश भर में हो रहा है. उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित कई राज्यों में यह प्रदर्शन हिंसक भी रहा. उत्तर प्रदेश में कई जगह पर हिंसक भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले भी दागे. इसके साथ ही सैकड़ाें की संख्या में गिरफ्तारियां भी हुई हैं.

सत्याग्रह के दौरान सोनिया गांधी. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी ने संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी.सत्याग्रह के दौरान सोनिया गांधी. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी ने संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी.

नॉर्थ-ईस्ट खासकर असम में नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों, आगजनी, कर्फ्यू लगने, इंटरनेट बंद होने के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस बिल पर 12 दिसंबर (गुरुवार) 2019 को हस्ताक्षर कर दिए. इसके बाद नागरिकता कानून, 1955 में संबंधित संशोधन देश भर में लागू हो गया.