नई दिल्ली: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि हमारे नहीं बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित के बयान से देश में भय और अनिश्चितता का माहौल बना। मोदी ने आरोप लगाया था कि विपक्ष लोगों को भड़का रहा है और भय और अनिश्चितता का माहौल बना रहा है।

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि गृह मंत्री संसद के दोनों सदनों में बयान दिया कि देश में नए नागरिकता कानून के बाद एनआरसी लागू की जाएगी। इससे देश में भय और अनिश्चितता का माहौल बना। मौजूदा माहौल के लिए सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शनों को देखते हुए प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय एकता परिषद में सभी मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलानी चाहिए और लोगों की शांत करने का प्रयास करना चाहिए। अगर पीएम संवेदनशील है तो वे ऐसा ही करेंगे।

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से अपील की ह कि नए नागरिकता कानून का दायरा बढ़ाकर अहमदिया समुदाय को भी शामिल किया जाए क्योंकि पाकिस्तान में उनका भी धार्मिक उत्पड़न हो रहा है।

बाजवा ने इसके संबंध में राष्ट्रपति को एक पत्र भेजा है। नागरिकता कानून को लेकर पूरे देश में प्रदर्शनों के बीच बाजवा ने तर्क तिया है कि सरकार को मानवीय आधार पर अहमदिया समुदाय को भी नागरिकता कानून में शामिल करना चाहिए। इस समुदाय के भी लोग पाकिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के कारण भागकर भारत आए थे। उन्होंने पत्र में कहा है कि भारत के सिद्धांत हमेशा उत्पीड़ित लोगों को संरक्षण देने रहे हैं। लंबे अतीत से लेकर आज तक भारत विविधता में एकता को समाए रहा है। हमने अल्पसंख्यकों को संरक्षण दिया है।

बाजवा ने कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर हम लोगों से अपील करते हैं कि वे सरकार से मांग करें कि हमारे आसपास उत्पीड़न के शिकार लोगों को संरक्षण देना जारी रखा जाए और इसके लिए नागरिकता कानून का दायरा बढ़ाया जा।