माले ने कानपुर, फिरोजाबाद में सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग की कड़ी निंदा की

लखनऊ: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) की राज्य इकाई ने कानपुर, फिरोजाबाद समेत प्रदेश के अन्य शहरों में शुक्रवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग की कड़ी निंदा की है।

पार्टी के राज्य सचिव सुधाकर यादव ने सीएए के खिलाफ प्रदेश में हो रहे विरोध प्रदर्शनों में जानमाल की नुकसान के क्षति के लिए अमित शाह-योगी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि संविधान-विरोधी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोकतांत्रिक विरोध पर पाबंदियां लगाकर, पुलिस के बल पर दमन कर और कई शहरों में इंटरनेट बंद कर सरकार ने नागरिक अधिकारों को जैसे समाप्त कर देने का काम किया है। यह व्यवहारिक आपातकाल है। ऊपर से शीर्ष भाजपा नेताओं समेत मुख्यमंत्री योगी के दर्प भरे व बदला लेने जैसे बयानों ने आग में घी डालने का काम किया है।

माले नेता ने कहा कि यदि दमन नहीं रुका, तो आंदोलन और तेज होगा। उन्होंने सीएए और एनआरसी को रद्द करने की मांग की।