नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर साउथ दिल्ली में हिंसा भड़कने के बाद पुलिस जामिया मिलिया इस्लामिया में घुस गई है। पुलिस ने कहा है कि हिंसा और आगजनी फैलाने के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यूनीवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर ने कहा है कि पुलिस ने कैंपस में घुसने के लिए कोई अनुमति नहीं ली है। पुलिस ने यहां छात्रों को पीटा। यूनीवर्सिटी की वाइस चांसलर नज्मा अख्तर ने बिना अनुमति कैंपस घुसने के लिए पुलिस की आलोचना की। हालांकि पुलिस ने कहा कि बाहरी तत्वों को घुसने से रोकने के लिए पुलिस कैंपस में गए। पुलिस ने छात्रों के होस्टल से बाहर निकलवाया। नज्मा अख्तर ने कहा कि सभी छात्र सुरक्षित हैं। हालांकि छात्रों ने दुर्व्यवहार किए जाने के आरोप लगाए। यूनीवर्सिटी के टीचर्स और छात्रों ने हिंसा से खुद को अलग कर लिया और कहा कि बाहरी तत्वों के द्वारा हिंसा फैला गई।

इससे पहले दिल्ली में विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया था। जामिया मिलिया इस्लामिया में प्रदर्शनों के बाद आज मथुरा रोड पर भी प्रदर्शन के साथ हिंसा फैल गई। पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच जमकर भिड़ंत हो गई। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया और टियर गैस के गोले छोड़े तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और चार बसों को आग के हवाले कर दिया।

पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने पहले डीटीसी की एक बस को आग लगा दी और एक फायर टेंडर में तोड़-फोड़ की। दो पुलिस कर्मियों के घायल होने की खबर है। दिल्ली मेट्रो ने मेजेंटा लाइन के सुखदेव बिहार स्टेशन के गेट बंद कर दिए हैं। आश्रम मेट्रो स्टेशन का भी एक गेट बंद कर दिया गया है। बाद में हिंसा और तेज हो गई। सड़कों पर अपनी कारों में जा रहे लोग डर के मारे गाड़ियां छोड़कर भागते दिखाई दिये। कॉलोनियों के गेट सुरक्षा के लिए बंद कर दिए गए।