कानपुर देहात: लक्ष्य की कानपुर देहात टीम ने लक्ष्य कमांडर संघमित्रा गौतम के नेतृत्व में "लक्ष्य गांव गांव की ओर" अभियान के तहत एक भीम सम्मलेन का आयोजन कानपुर देहात के पुखरायां के गांव अल्लापुर में किया जिसमें कई गाँवो के लोगों ने विशेषतौर से महिलाओं ने हिस्सा लिया |

विभाजन की थ्योरी दूषित मानसिकता वाले लोगों की एक सड़ीगली सोच है | यह विभाजन की थ्योरी मानव मानव में भेद करती है और किसी को जातीय आधार पर, किसी धर्म को आधार, किसी को क्षेत्र के आधार पर, किसी को रंगभेद के आधार पर तो किसी को अमीरी व् गरीबी के आधार पर विभाजित करती है यह कुछ चलाक स्वार्थी लोगों की बहुत बड़ी चाल है | जिस प्रकार से बहुजन समाज को जो कि कुल जनसंख्या का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा है, जातीय आधार पर विभाजित किया गया है अर्थात छोटे छोटे टुकडों में तोडा गया है ताकि उनका शोषण आसानी से किया जा सके और उनका कोई विरोध भी न करने की हिम्मत कर सके | परिणाम हम सबके सामने है कि एक विशाल बहुजन समाज को जातीय आधार पर विभाजित करके हजारों वर्षों से लाचार व् बेबस बनाकर रखा हुआ है यह बात लक्ष्य कमांडरों ने अपने सम्बोधन में कही |

उन्होंने कहा कि हमारे महापुरुषों ने विशेषतौर से बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने इस जातीय भेदभाव के खिलाफ लम्बा संघर्ष किया और संविधान के माध्यम से किसी भी प्रकार के भेदभाव को गैरकानूनी कर दिया और सभी लोगों को समानता का अधिकार दिया |

लक्ष्य कमांडरों ने जोर देते हुए कहा कि देश में बाबा साहब का संविधान पूर्णरूप से लागू नहीं किया गया है जिसके कारण बहुजन समाज की स्थिति में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है | इसके लिए हमारे नेता है भी जिम्मेदार हैं जो अपने स्वार्थ के कारण अपना मुँह तक नहीं खोलते हैं | उन्होंने बहुजन समाज के लोगों से आवाहन करते हुए कहा कि इन स्वार्थी नेताओं का बहिष्कार करें और अपने अधिकारों के लिए स्वंय ही तैयार हों |

इस सम्मलेन में लक्ष्य कमांडर संघमित्रा गौतम, सुधा गौतम, रंजना गौतम, रामा गौतम, आशा रतन, सुनीता राज गौतम, मिथलेश गौतम, मुन्नी बौद्ध, राजकुमारी कौशल, देवीकी बौद्ध, मीना सुमन, लाजो कौशल, ए.के. आनंद, राम लखन, विनय प्रेम, देव आनंद भारती, संजय कुमार, मिलिन्द कुमार, सूर्या प्रताप सिंह, अंकुर गौतम, राहुल गौतम व् अशोक कुमार ने हिस्सा लिया |