नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों के बीच हुई आपसी गोलीबारी में पांच जवानों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए हैं। घायल जवानों को हेलिकॉप्टर से रायपुर रैफर किया गया है।

जानकारी के मुताबिक, आईटीबीपी का यह कैंप धौदई क्षेत्र में कडेनार में है। सूत्रों ने बताया कि 2 दिनों से किसी बात को लेकर जवानों के बीच विवाद चल रहा था। बुधवार सुबह 8.45 बजे एक जवान ने अपने हथियार से जवानों पर फायरिंग कर दी। इसमें 5 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 3 घायल हो गए। इलाज के दौरान एक और जवान ने दम तोड़ दिया। नारायणपुर एसपी मोहित गर्ग ने घटना की पुष्टि की है।

बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि नारायणपुर जिले के कडेनार गांव में स्थित आइटीबीपी के 45वीं बटालियन के कैंप में आज जवानों के बीच गोलीबारी हुई है। इस गोलीबारी में पांच जवानों की मौत हो गई है तथा तीन अन्य घायल हो गए हैं।

सुंदरराज ने बताया कि आज शिविर में आईटीबीपी के एक जवान ने कथित तौर पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना में चार जवानों की मौत हो गई तथा तीन अन्य घायल हो गए। बाद में हमलावर जवान को भी मार गिराया गया। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि जवानों के शव और घायल जवानों को अस्पताल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी ली जा रही है।

राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जानकारी मंगाई जा रही है। जवानों की छुट्टी तय रहती है, उन्हें छुट्टी के लिए रोका नहीं जाता है। इसलिए छुट्टी की वजह से घटना नहीं हुई होगी। उन्होंने कहा कि फ्रस्टेशन की कोई बात नहीं है। जवानों के बीच किसी बात को लेकर आपसी विवाद हुआ होगा। थोड़ी देर में घटना से जुड़ी और जानकारी आ जाएगी।

बताया जा रहा है कि बुधवार सुबह कडेनार कैंप में गोली चलने की आवाज आई। गोली की आवाज सुनते ही जवान कैंप की ओर भागे। मौके पर जवानों ने देखा की 4 जवानों के शव पड़े हुए थे।साथियों पर गोली चलाने वाले जवान की भी मौत हो गई थी।