नई दिल्ली: उद्योगपति राहुल बजाज के केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने दिए बयान को लेकर सियासी बवाल जारी है। वहीं बजाज की यह आशंका भी सच साबित होती नजर आ रही है कि लोगों को यह भरोसा नहीं है कि सरकार आलोचनाओं को सहज तरीके से लेगी। दरअसल, बजाज ने एक कार्यक्रम के दौरान शाह से कहा था कि देश में डर का माहौल है और लोग सरकार की आलोचना करने से डरते हैं। इस बयान के बाद अब राहुल बजाज कई केन्द्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और हरदीप पुरी ने उनके बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर कहा है कि राहुल बजाज ने जिन मुद्दों को उठाया, उसका जवाब गृह मंत्री अमित शाह ने दिया। सवाल हों, आलोचनाएं हों सबको सुना जाता है, उनका जवाब दिया जाता है, उसे रेखांकित किया जाता है। सीतारमण ने आगे लिखा कि अपनी धारणा फैलाने की जगह जवाब पाने के और भी बेहतर तरीके हैं। ऐसी बातों से राष्ट्रीय हित पर चोट लग सकती है।

केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया कि गृह मंत्री अमित शाह को देखिए कैसे उन्होंने इस दावे का जवाब दिया कि लोग खुद को जाहिर करने से डरते हैं। उन्होंने आगे लिखा, "आपका प्रश्न सुनने के बाद मुझे संदेह है कि कोई भी इस दावे को मानता है कि लोग डरते हैं।"

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'राहुल बजाज गृहमंत्री अमित शाह के सामने खड़े हो सकते हैं, बिना किसी डर के अपनी बात रख सकते हैं और दूसरों को उनके साथ जुड़ने के लिए संकेत दे सकते हैं तो इसका सीधा सा मतलब है कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्य जीवित और समृद्ध हैं। यही लोकतंत्र है।'

बजाज के बयान पर भाजपा आईटी सेल भी काफी सक्रीय दिखाई दे रही है। वायरल हो रहे कई वीडियो में बजाज को कांग्रेस के करीबी दिखाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मावलीय ने ट्वीट किया, ‘राहुल बजाज ने कहा था कि मेरे लिए किसी की भी तारीफ करना मुश्किल है।‘ बेशक यदि वो राहुल गांधी हों। अपनी राजनीतिक संबंद्धता को खुलकर प्रदर्शित करें। और किसी के पीछे छुपकर ऐसी बात न करें कि डर का माहौल है।”

दरअसल, शाह एक टीवी कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में ऑटो सेक्‍टर की प्रमुख कंपनियों में शुमार बजाज ऑटो के चेयरमैन राहुल बजाज भी उपस्थित थे। प्रश्न-उत्तर का दौर चल रहा था। तभी राहुल बजाज खड़े हुए और साध्वी प्रज्ञा का जिक्र करते हुए उन्होंने अमित शाह से सवाल कर दिया। बजाज ने कहा था कि देश में डर का माहौल है और लोग सरकार की आलोचना करने से डरते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि लोगों को यह भरोसा नहीं है कि सरकार आलोचनाओं को सहज तरीके से लेगी। उन्होंने कहा कि मैं यहां प्रशंसा करने के लिए नहीं हूं। आप इसे पसंद नहीं करेंगे, लेकिन मेरा नाम जवाहरलाल नेहरू ने रखा था। राहुल बजाज ने आगे कहा कि यूपीए सरकार में किसी को भी गाली दे सकते थे। आपके खिलाफ बोलने से लोग डरते हैं। आप काम कर रहे हैं, तो फिर लोगों को बोलने की आजादी क्यों नहीं है?