नई दिल्ली: एक ओर जहां भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोड़से को देशभक्त बताए जाने को लेकर सियासत गरम है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रज्ञा ठाकुर को आतंकी कहे जाने को लेकर भी राजनीति जारी है। इस बीच राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि वह साध्वी प्रज्ञा पर दिए गए बयान को वापस नहीं लेंगे। उन्होंने माफी नहीं मांगने की भी बात कही है। दरअसल, लोकसभा में चर्चा के दौरान साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को देशभक्त बताया था। साध्वी के बयान पर राहुल गांधी ने कहा था, 'आतंकी साध्वी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को देशभक्त बताया।'

राहुल गांधी ने कहा, “मैंने अपनी स्थिति साफ कर दी है। मैं अपने बयान पर कायम हूं और माफी नहीं मागूंगा” प्रज्ञा को 'आतंकवादी' कहे जाने को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की है। इस पर राहुल गांधी ने कहा, "ऐसा करो। तुम जो चाहो करो। मैंने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।"

पार्टी और सरकार की ओर से तलब किए जाने के बाद प्रज्ञा सिंह ने माफी मांगी ली है। सदन में प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांगते हुए कहा कि यदि मेरे पूर्व के किसी बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं इसके लिए क्षमा चाहती हूं। इसके साथ ही प्रज्ञा ठाकुर ने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सदन के एक सम्मानित नेता ने मुझे आतंकी कहा। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है, लेकिन इस तरह की बात कहना एक महिला का अपमान है।

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने साध्वी प्रज्ञा के गोडसे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, 'आतंकी प्रज्ञा ने आतंकी गोडसे को देशभक्त कहा है। भारत के संसदीय इतिहास में यह दुखद दिन है।' कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि प्रज्ञा ठाकुर जो बोल रही है वही बीजेपी और आरएसएस की आत्‍मा है। इसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई की मांगकर मैं अपना समय गंवाना नहीं चाहता हूं।