बदरपुर: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और बदरपुर जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक डिपार्टमेंट के चेयरमैन बिलाल अहमद के नेतृत्व में आज जैतपुर पार्ट 2 और आसपास के क्षेत्रों में संविधान बचाओ कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया. बिलाल अहमद के नेतृत्व में इस अवसर पर जैतपुर के विभिन्न क्षेत्रों में रैली का आयोजन किया गया. इस अवसर पर रैली को संबोधित करते हुए बिलाल अहमद ने कहा कि हम सब की जाति और धर्म से ऊपर उठकर के यह पहली प्राथमिकता होनी चाहिए कि हम संविधान के प्रीएम्बले का पालन करें. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान सोशलिस्ट सेक्युलर डेमोक्रेटिक और रिपब्लिक है. उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में सभी लोगों के हितों की रक्षा का वादा किया गया है.

उन्होंने कहा कि जब संविधान पीठ बैठी थी और बाबा साहब के नेतृत्व में संविधान बन रहा था तो सबके जेहन में यही था कि हम सब के सब एक ऐसा भारत बनाएंगे जिसमें अमीर गरीब हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई दलित आदिवासी अगड़ा पिछड़ा सबको बराबर का अधिकार होगा. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि जो लोग पीछे थे उनको कुछ स्पेशल प्रोविजन भी दिया गया ताकि वह लोग आगे बढ़ सकें. उन्होंने कहा कि जिन की परछाई से लोग दूर भागते थे उनको भी संविधान में एक साथ लाने का काम किया गया. यही वजह है कि आज भारत का संविधान दुनिया में सबसे मजबूत और और भारत के लोकतंत्र की पूरी दुनिया लोहा मानती है.

उन्होंने कहा कि कुछ लोग संविधान से लोगों के दिमाग को भड़काना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यह सोचना होगा कि जिस वक्त एक तरफ मजहब के नाम पर भारत के निर्माण की कोशिश हो रही थी दूसरी तरफ भारत के उस वक्त के महान नेताओं पर कितना दबाव रहा होगा, लेकिन उन्होंने एक सेक्युलर सोशलिस्ट रिपब्लिक डेमोक्रेटिक भारत बनाया. इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि संविधान के हितों की रक्षा करें.

बिलाल अहमद ने लोगों से अपील की कि वह घर-घर तक संविधान की बातों को पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि संविधान ही एक ऐसी चीज़ है जो हमें एक बनाए हुई है. इसलिए अगर हमें एक रहना है और एकता में अनेकता की मिसाल पेश करनी है तो सबसे पहले संविधान को बचाना होगा. बिलाल अहमद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले राहुल जी के नेतृत्व में अब सोनिया और राहुल जी के साथ-साथ प्रियंका जी के नेतृत्व में संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष कर रही है. उन्होंने कहा कि बीते दिनों लोकसभा में जिस तरह से राहुल जी ने यह कह कर के अपने सवाल से वाकआउट किया कि वह संविधान की हत्या महाराष्ट्र में नहीं देखना चाहते, यह बताता है कि कांग्रेस पार्टी किस हद तक गंभीर है.

उन्होंने कहा कि दुःख उन्हीं लोगों को होगा जिन लोगों ने संविधान बनाया था. उन लोगों को कैसे दुख हो सकता है जो लोग संविधान को मानने को तैयार नहीं थे. जिनका यह कहना था कि तिरंगा शुभ नहीं हो सकता और सालों तक अपने यहां तिरंगे को फहराया नहीं, वह कभी संविधान से प्रेम करने वाले नहीं हो सकते इसलिए भारत के गरीब मजदूर दलित पीड़ित शोषित अगड़े पिछड़े हिंदू मुस्लिम सब लोगों की जिम्मेदारी है कि वह संविधान की रक्षा करें अगर संविधान बचेगा तो देश बचेगा.