नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शक्ति प्रदर्शन के लिए शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस विधायक होटल ग्रैंड हयात पहुंचे हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी होटल पहुंचे। इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा था कि हम 162 (विधायक) एक साथ हैं। वहीं, फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई के दौरान शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने राजभवन में 162 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा। यह पत्र राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की गैर-मौजूदगी में अधिकारियों को सौंपा गया। हालांकि, तीनों दलों ने पहले भी सुप्रीम कोर्ट में 154 विधायकों का हलफनामा सौंपा था, जो उन्हें वापस लेना पड़ा था।

शक्ति प्रदर्शन से पहले शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा था, ‘शाम 7 बजे ग्रैंड हयात होटल में सभी 162 विधायक पहली बार साथ होंगे। हम एक हैं और साथ-साथ हैं। राज्यपाल आएं और खुद देख लें।‘ उधर, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी लाइन से अलग जाकर डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने वाले अपने भतीजे से पल्ला झाड़ लिया। शरद पवार ने कहा कि अजित की बगावत के पीछे मेरी कोई भूमिका नहीं है।

देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह राज्यपाल के सामने सीएम पद की शपथ ली थी और उनके साथ अजित ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। इसके अगले दिन अजित ने कहा था कि वे एनसीपी में थे और रहेंगे। साथ ही यह भी कहा था कि भाजपा-एनसीपी गठबंधन राज्य में स्थिर सरकार देगा। हालांकि, तब भी शरद पवार ने कहा था कि ऐसा कोई गठबंधन एनसीपी नहीं करेगी।

शरद पवार ने कहा, ‘यह (अजित पवार का शपथ लेना और भाजपा को समर्थन करना) पार्टी का फैसला नहीं था और हम इसे समर्थन नहीं करते। यह कहना गलत है कि अजित की बगावत के पीछे मेरा कोई हाथ है। मेरा उससे कोई संपर्क नहीं हुआ है। उसे पार्टी से निकाला जाना है, या नहीं… इसका फैसला पार्टी स्तर पर लिया जाएगा। और, इस बात को लेकर कोई भी शक नहीं है कि महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाएंगे।

एनसीपी विधायक दौलत दरोड़ा, नरहरि जिरवाल और नितिन पवार मुंबई लौट आए। ये सभी विधायक शनिवार को अजित पवार के शपथ ग्रहण में शामिल थे। हालांकि, मुंबई लौटने पर इन सभी विधायकों ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के प्रति समर्थन जाहिर किया।

कांग्रेस के बाला साहब थोराट, अशोक चव्हाण, एनसीपी के जयंत पाटिल और शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की गैर-मौजूदगी में राजभवन में मौजूद अधिकारी को विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा। पाटिल ने कहा कि इस सूची में 162 विधायकों के नाम और हस्ताक्षर हैं। हम किसी भी वक्त राज्यपाल के समक्ष इनकी परेड करा सकते हैं।

भाजपा नेता नारायण राणे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने हमें जनादेश दिया था, इसलिए हमने सरकार बनाई। अब बहुमत साबित करने के लिए हमें जो कुछ भी करना पड़ेगा, हम करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार दोनों मंत्रालय पहुंचे। दोनों ने पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आज उनकी पुण्यतिथि है।

एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने सरकार बनाने को लेकर एक बार फिर से प्रतिबद्धता जताई और उन्होंने एक शेर ट्वीट किया। मलिक ने लिखा- अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की तो हमें भी जिद है, वहीं पर आशियां बसाने की। कुछ इसी अंदाज में शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने भी ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिए संदेश दिया कि मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम राज्य के इतिहास का अहम पन्ना है। उन्होंने ट्वीट किया- इतिहास बीती हुई राजनीति है और राजनीति मौजूदा इतिहास है।